संयुक्त अरब अमीरात में अविवाहित महिलाएं अपने बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र हासिल करने के लिए संघर्ष कर रही हैं. एक नया कानून अगले साल से लागू होगा लेकिन उनकी मुश्किलें कम नहीं होने वाली हैं.पिछले साल दुबई के दक्षिण में एक जेल की कोठरी में एक दर्जन से अधिक अविवाहित महिलाओं को जन्म देने के अपराध के लिए बंद कर दिया गया था. जब एक गार्ड ने जेल में दाखिल होने के बाद उन्हें आजाद करने का ऐलान किया तो इन महिलाओं ने राहत की सांस ली. उन महिलाओं में से एक द्वारा बताई गई यह घटना, उन संकेतों में से है कि संयुक्त अरब अमीरात अपने इस्लामी दंड संहिता को बदल रहा है, जिसमें विवाह पूर्व यौन संबंध को अपराध से मुक्त कर दिया गया था. लेकिन एक साल बाद ये अविवाहित माताएं अधर में लटकी हुई हैं. वे अपने बच्चों के लिए जन्म प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए संघर्ष कर रही हैं. दो सप्ताह में लागू होने वाला एक नया कानून अभी भी ऐसी अविवाहित महिलाओं को अपने बच्चों के लिए जन्म प्रमाण पत्र प्राप्त करने का साफ रास्ता नहीं दिखाता है. साथ ही कानून ऐसे दस्तावेजों के अभाव में महिलाओं को अपराधी घोषित करता है.