विश्व
स्काटलैंड के ग्लासगो में संयुक्त राष्ट्र का जलवायु पर सम्मेलन जारी, रोकने की मांग को लेकर प्रदर्शन
Rounak Dey
7 Nov 2021 3:08 AM GMT
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मुझे लगता है कि यदि लोग इस COP की असफलता को महसूस कर लें वही सफलता होगी।
स्काटलैंड के ग्लासगो में जिस स्थान पर संयुक्त राष्ट्र का जलवायु पर सम्मेलन जारी है, वहां की सडक पर शनिवार को हजारों की संख्या में जलवायु कार्यकर्ताओं ने ड्रम बजाते हुए और जश्न मनाते हुए मार्च निकाला और सरकारों से ग्रह को नुकसान पहुंचाने वाले जीवाश्म ईंधन के इस्तेमाल में कमी लाने के लिए तेजी से कार्रवाई की मांग की।
ग्लासगो में लगातार हो रही बारिश के बावजूद प्रदर्शनकारियों में उत्साह रहा। हालांकि, प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा। प्रदर्शनकारियों ने जलवायु वार्ता को लेकर पूरी दुनिया के नेताओं की निंदा की और कहा कि अबतक वे वांछित फैसले लेने में असफल रहे हैं। जलवायु को लेकर लंदन,कोपेनहेगन, पेरिस, डबलिन, ज्यूरिक और इस्तांबुल सहित पूरे यूरोप के कई शहरों में भी प्रदर्शन हुआ।
Today hundreds of thousands all over the world marched for the climate, sending a clear signal to people in power at #COP26 to protect people and planet. Our so-called "leaders" aren't leading - THIS is what leadership looks like! #UprootTheSystem
— Greta Thunberg (@GretaThunberg) November 6, 2021
📸: Glasgow, Oliver Kornblihtt pic.twitter.com/v9zbicTGcb
लंदन से ग्लासगो प्रदर्शन में शामिल होने आए डेज अगाजी ने कहा, 'हमारे सामने बातचीत हो रही है लेकिन उन्हें वास्तव में लागू करने के लिए कोई नीति नहीं है। उससे बड़ी बात यह है कि वास्तविक लोगों को कमरे में (वार्ता में) होना चाहिए। ' बता दें कि जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने ग्लासगो में संयुक्त राष्ट्र की जलवायु वार्ता को विफल करार दिया है। उन्होंने विश्व नेताओं पर नियमों में जानबूझ कर खामियां छोड़ने का आरोप लगाया। सम्मेलन स्थल के बाहर एक रैली में थनबर्ग ने गैर-बाध्यकारी संकल्पों के बजाय प्रदूषण करने वालों पर नकेल कसने के लिए सख्त नियमों का आह्वान किया।
उन्होंने कहा,'विश्व के नेता निश्चित तौर पर सच्चाई से डरते हैं, फिर भी वे कितनी भी कोशिश कर लें, वे इससे बच नहीं सकते हैं।' उन्होंने कहा, 'वे वैज्ञानिक सहमति को नजरअंदाज नहीं कर सकते और वे हम लोगों अनदेखा नहीं कर सकते, जिनमें उनके अपने बच्चे भी शामिल हैं।'
ग्रेटा ने कहा कि विश्व नेताओं के लिए समिट एक ऐसा मंच बन गया जहां वे इस बात का दिखावा कर सकें कि जलवायु परिवर्तन के लिए वे कार्रवाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'वास्तव में जो हमारी जरूरत है उससे हम काफी दूर हैं, मुझे लगता है कि यदि लोग इस COP की असफलता को महसूस कर लें वही सफलता होगी।
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