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नई दिल्ली, (आईएएनएस)| केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला मेघालय में सीमावर्ती क्षेत्र, गारो हिल्स जिले का दौरा करने जा रहे हैं। यह पहला अवसर है, जब केंद्रीय कैबिनेट मंत्री इस सीमावर्ती क्षेत्र का दौरा करेंगे। दरअसल भारत सरकार देश के सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। खासतौर पर सीमावर्ती इलाकों में लोगों की बसावट बढ़ाने को महत्व दिया जा रहा है। इसी के तहत बांग्लादेश की सीमा पर स्थित भारतीय गांवों और कस्बों में भी कई परियोजनाओं को शुरू किया गया है। केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला 9-10 जनवरी को मेघालय में दक्षिण-पश्चिम गारो हिल्स जिले का दौरा करने जा रहे हैं। यह क्षेत्र बांग्लादेश की सीमा पर स्थित है। केंद्रीय मंत्री सीमावर्ती क्षेत्र में रहने वाले समुदायों के साथ बातचीत करने के लिए बांग्लादेश सीमा हाट भी जाएंगे। केंद्र सरकार का कहना है कि यह पहला मौका है, जब केंद्रीय कैबिनेट मंत्री इस सीमावर्ती क्षेत्र का दौरा करेंगे। पुरुषोत्तम रूपाला 9 जनवरी को सरकारी अधिकारियों और अन्य हितधारकों के साथ दक्षिण पश्चिम गारो हिल्स के अम्पाती में भारत सरकार की विभिन्न प्रमुख योजनाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
रूपाला 10 जनवरी, 2023 को क्षेत्रीय महिलाओं, डेयरी किसानों और मत्स्य पालन उद्यमियों तथा स्वयं सहायता समूहों से मुलाकात करेंगे। केंद्रीय मंत्री सीमावर्ती क्षेत्र में रहने वाले समुदायों के साथ बातचीत करने के लिए बांग्लादेश सीमा हाट भी जाएंगे।
गौरतलब है कि बॉर्डर हरिया में सरकार टूरिज्म पर भी जोर दे रही है। सरकार का प्रयास है कि बॉर्डर के निकट भारतीय क्षेत्रों में हमारे लोग रहना शुरू करें, बॉर्डर एरिया में रिहाइश हो। बद्रीनाथ से आगे इंटरनेशनल बॉर्डर के पास स्थित भारत के पहले गांव 'माणा' में स्वयं प्रधानमंत्री मोदी गए थे। इसी तरह की भारत के पहल उत्तर पूर्वी राज्यों से लगे इंटरनेशनल बॉर्डर के समीप भी की गई है। सरकार का मानना है कि नार्थ ईस्ट के राज्यों से लगे बॉर्डर एरिया के निकट टूरिज्म का अब बहुत अच्छा स्कोप भी बनने लगा है। बॉर्डर एरिया में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कुछ योजनाएं बन रही है और कुछ शुरू हो चुकी हैं।
--आईएएनएस
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