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क्वाड देशों के ये तीनों मुखिया मीटिंग के लिए वॉशिंगटन जाएंगे.
अफगानिस्तान (Afghanistan) में मची उथल-पुथल और फ्रांस-ऑस्ट्रेलिया (France-Australia) के बीच तनाव के बीच ही आज से न्यूयॉर्क (New York) स्थित यूनाइटेड नेशंस (United Nations) हेडक्वार्ट्स पर 76वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly, UNGA) का आगाज होगा.
इस बार UNGA बहुत ही खास होगा. एक तरफ अफगानिस्तान में अमेरिकी सेनाओं के जाने के बाद उथल-पुथल मची है तो दूसरी ओर इसी महासभा के दौरान क्वाड देशों की मीटिंग भी होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरीसन और जापान के प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा शुक्रवार को इस मीटिंग में एक-दूसरे से रूबरू होंगे.
कौन नेता आएगा और कौन नहीं
76वीं महासभा में इस बार कोविड-19 वैक्सीनेशन और क्लाइमेट चेंज भी सबसे बड़ा मुद्दा होने वाला है.
पिछले वर्ष महामारी की वजह से महासभा का आयोजन वीडियो लिंक के जरिए किया गया था.
27 सितंबर को महासभा का समापन हो जाएगा. महामारी के चलते इस बार इसमें शामिल होने वाले नेताओं की संख्या कम रहेगी.
मुख्य हॉल में भी प्रतिनिधिदल के बस 4 सदस्यों को ही बैठने की मंजूरी दी गई है. इस बार महासभा में 100 से ज्यादा वर्ल्ड लीडर्स के हिस्सा लेने की उम्मीद है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के अलावा, यूके के प्राइम मिनिस्टर बोरिस जॉनसन, टर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्डोगान, ब्राजील के राष्ट्रपति जैर बोलसोनारो महासभा में शामिल होंगे.
रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुलए मैंक्रो और ईरान के नए राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी के इसमें शामिल नहीं होंगे.
क्लाइमेट चेंज पर चर्चा होगा और यूके के पीएम जॉनसन दुनिया से कड़े कदम की अपील करते हुए नजर आएंगे.
इस वर्ष नवंबर में यूके के ग्लासगो में यूएन क्लाइमेट समिट का आयोजन होना और ऐसे में उनका दौर काफी अहम माना जा रहा है.
राष्ट्रपति बाइडेन का एजेंडा
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन कोविड-19 महामारी को कैसे खत्म किया जाए, इसका खास तौर पर जिक्र करेंगे. साथ ही साथ उनके भाषण में जलवायु संकट, मानवाधिकार की रक्षा, लोकतंत्र और अंतरराष्ट्रीय नियमों पर आधारित मुद्दों का जिक्र होगा. राष्ट्रपति बनने के बाद यह उनका पहला हाई प्रोफाइल कार्यक्रम है. सोमवार यानी 20 सितंबर को यूएन सचिव एंटोनियो गुटारेशे और बाइडेन की मुलाकात होगी. माना जा रहा है कि बाइडेन इस दौरान अफगानिस्तान से अमेरिकी फौजों की वापसी का भी जिक्र कर सकते हैं. बाइडेन यहां पर दुनिया से उस भरोसे की मांग कर सकते हैं जिसके तहत अमेरिका को एक वर्ल्ड लीडर माना जाए.
वॉशिंगटन में होगी क्वाड लीडर्स की मीटिंग
सुरक्षा परिषद के 5 स्थायी सदस्य अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, फ्रांस और चीन के विदेश मंत्रियों की भी एक बैठक होने वाली है. इस बैठक का केंद्र बिंदु अफगानिस्तान होगा. हफ्ते का अंत पीएम मोदी, ऑस्ट्रेलियन पीएम स्कॉट मॉरीसन और जापान के पीएम सुगा की मीटिंग के साथ होगा. क्वाड देशों के ये तीनों मुखिया मीटिंग के लिए वॉशिंगटन जाएंगे.
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