यूक्रेन में सर्वे कर रहे थे UN चीफ गुटेरेस, रूस ने किया मिसाइल अटैक
फोटो - @antonioguterres
रूस और यूक्रेन की जंग में शांति वार्ता की कोशिश कर रहे संयुक्त राष्ट्र (united nations) के प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस उस समय हैरान रह गए, जब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से उनकी मुलाकात के 1 घंटे बाद ही यूक्रेन की राजधानी कीव में 2 मिसाइल अटैक हो गए. रिहायशी इलाके की एक 25 मंजिला बिल्डिंग पर हुए मिसाइल अटैक में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए.
हमले में इमारत के दो फ्लोर पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं. हमले के बाद दो इमारतों में आग लग गई. हालांकि, गुटेरेस और UN की टीम पूरी तरह से सुरक्षित है. यूक्रेन ने हमले के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया है.
हमला तब हुए जब गुटेरेस कीव से कुछ दूरी पर स्थित छोटे शहरों में जंग से हुए नुकसान का सर्वे कर रहे थे. हमले के बाद बीबीसी से बात करते हुए UN चीफ एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि कीव के रिहायशी इलाके में रूसी मिसाइल हमले से वे हैरान हैं.
सर्वे के दौरान गुटेरेस ने बूचा जैसे शहरों में किए गए नरसंहार की निंदा की. बता दें कि बूचा से रूस के पीछे हटने के बाद लोगों की सामूहिक हत्याओं के सबूत मिले थे. सर्वे के दौरान गुटेरेस ने कहा कि जंग की कीमत किसी भी देश के आम नागरिकों को ही चुकानी पड़ती है. इसके अलावा यूक्रेन के पश्चिम पोलिन और बेलारूस की सीमा से लगे चेर्निहाइव के बड़े रेलवे हब में भी धमाके हुए हैं. वहीं दक्षिणी यूक्रेन के ओडेसा के मेयर ने बताया कि कई मिसाइल हमलों को हवा में ही रोक दिया गया. बता दें कि जंग के बीच यूक्रेन की राजधानी कीव छोड़कर भागने वाले लोग अब धीरे-धीरे वहां वापस आ रहे हैं. यहां कैफे और दूसरे व्यवसाय फिर से खुल रहे हैं.
बता दें कि यूएन चीफ रूस की राजधानी मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात कर चुके हैं. दोनों के बीच लंबी बातचीत हुई थी. हालांकि, लंबी चर्चा के बाद भी दोनों किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सके थे. पुतिन और यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की शांति बहाली को लेकर मॉस्को में मुलाकात हुई थी. यूएन महासचिव ने पुतिन से खासतौर पर मारियुपोल की स्थिति पर चर्चा की थी. उन्होंने रूस से आग्रह किया कि वो वहां कम से कम कुछ दिनों का युद्ध विराम करे, ताकि स्टील प्लांट में फंसे नागरिक वहां से सुरक्षित जगहों पर शरण लेने जा सकें. इस पर पुतिन ने कहा था कि वहां कई दिनों से कोई गोलेबारी नहीं चल रही है, लोगों को किसी जगह जाने से रोका नहीं जा रहा है. यूक्रेन ने ही अपने लोगों को बंधक बना रखा है. ताकि उनका सहारा लेकर अपनी सैन्य ताकत फिर से इकट्ठा कर सके.