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क्रीमिया पर यूक्रेनी सेना का हमला, चार महीने के युद्ध में देश के बाहर पहली बार किसी बडे़ रूसी ठिकाने को बनाया निशाना

Renuka Sahu
21 Jun 2022 1:45 AM GMT
Ukrainian army attacks Crimea, targeting a major Russian base outside the country for the first time in four months of war
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फाइल फोटो 

रूस के कब्जे वाले क्रीमिया में काला सागर से तेल निकालने वाले प्लेटफार्म पर यूक्रेनी सेना का हमला हुआ है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रूस के कब्जे वाले क्रीमिया में काला सागर से तेल निकालने वाले प्लेटफार्म पर यूक्रेनी सेना का हमला हुआ है। करीब चार महीने के युद्ध में यूक्रेन के बाहर किसी बडे़ रूसी ठिकाने पर यूक्रेनी सेना का यह पहला हमला है। यह जानकारी रूस समर्थित क्षेत्रीय प्रमुख ने दी है। हमले में तीन लोगों के घायल होने की खबर है जबकि सात कर्मचारी लापता हैं। लापता लोगों की तलाश का कार्य चल रहा है। क्रीमिया पहले यूक्रेन का ही इलाका था लेकिन 2014 में उस पर रूस ने कब्जा कर लिया था।

यूक्रेन को जल्द मिलेंगे खाद्यान्न के अस्थायी गोदाम
वहीं समाचार एजेंसी रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक रूसी हमलों से नष्ट हुए गोदामों के कारण खाद्यान्न भंडारण के लिए चिंतित यूक्रेन को राहत मिली है। 2022 में पैदा होने वाले गेहूं और अन्य खाद्यान्न के भंडारण के लिए यूक्रेन को विदेश से अस्थायी गोदाम जल्द मिल जाएंगे। यह जानकारी यूक्रेन के कृषि मंत्रालय ने दी है।
खाद्यान्न के भंडारण में आएगी दिक्कत
यूक्रेन के कृषि मंत्री ने बताया है कि चालू वर्ष में पैदा होने वाले खाद्यान्न में से करीब डेढ़ करोड़ टन खाद्यान्न के भंडारण में दिक्कत आएगी। यूक्रेन ने अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और यूरोपीय यूनियन के देशों से अस्थायी भंडार गृह मुहैया कराने का आग्रह किया था। मंत्रालय ने बताया है कि उसे जल्द ही अस्थायी भंडार उपलब्ध कराने का आश्वासन प्राप्त हो गया है। भंडारण के लिए बड़े प्लास्टिक बैग और अस्थायी भंडार मिल सकते हैं।
खाद्यान्न का निर्यात रोकना भी युद्ध अपराध
यूक्रेन के खाद्यान्न के निर्यात को रोकना भी एक युद्ध अपराध है। इससे दुनिया की बहुत बड़ी आबादी भूख और महंगाई की समस्या से जूझ रही है। यह बात यूरोपीय यूनियन के विदेश मामलों के प्रमुख जोसेप बोरेल ने कही है। उन्होंने रूस से यूक्रेनी बंदरगाहों की घेराबंदी और काला सागर की नाकेबंदी खत्म करने की मांग की जिससे दुनिया को यूक्रेन का करोड़ों टन गेहूं मिल सके। कहा कि यह नाकेबंदी ज्यादा दिनों तक चलने वाली नहीं है।
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