x
एक बंदूक को फिर से लोड करना है. सच्चाई यह है कि मैं मदद करना चाहता हूं.
यूक्रेन पर हमला करने के बाद रूस की सेना लगातार राजधानी की तरफ बढ़ती जा रही है. ऐसे में यूक्रेन के लोग देश छोड़कर जा रहे हैं. ऐसे में राष्ट्रपति जेलेंस्की ने देश में मार्शल लॉ लागू करते हुए 18 से 60 वर्ष के पुरुषों के देश छोड़ने पर पाबंदी लगा दी. उनका मकसद केवल यूक्रेन की हिफाजत करना है. वहीं, कुछ ऐसे शख्स भी हैं, जो अपना करियर दांव पर लगातर यूक्रेन की तरफ से रूस के खिलाफ युद्ध में उतरना चाहते हैं. ऐसे ही एक खिलाड़ी वासिल क्रैवेट्स हैं, वह यूक्रेन के स्टार फुटबॉलर हैं. उनका कहना है कि वह रूस के खिलाफ यूक्रेन के लिए युद्ध में जाने के लिए फुटबॉल करियर को रोक देंगे.
फुटबॉल जगत कर रहा यूक्रेन का समर्थन
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रूसी सैनिकों ने यूक्रेन की राजधानी कीव को घेर लिया है. ऐसे में कई तरह के लोग यूक्रेन का समर्थन कर रहे हैं. इसी कड़ी में फुटबॉल की दुनिया की तरफ से भी बड़ा समर्थन यूक्रेन को मिल रहा है.
क्रैवेट्स ने कहा-उठ गया अहिंसा से भरोसा
डेली स्टार में छपी खबर के अनुसार, क्रैवेट्स ने अभी तक का सबसे बड़ा कदम उठाया है. उन्होंने कहा कि वह युद्ध में जाना चाहते हैं, भले ही वह बंदूक को दोबारा से लोड नहीं कर सकते हैं. वह हिंसा विरोधी था, लेकिन यूक्रेन के लिए अब इस पर से भरोसा उठ गया है.
शांतिप्रिय देश है यूक्रेन
क्रावेट्स ने रेडियो मार्का को बताया कि रूसी अस्पतालों में नागरिकों को मार रहे हैं. यह सब पुतिन की गलती है. मैं यह नहीं कहना चाहता कि यह रूस की गलती है, लेकिन पुतिन की है. हम एक ऐसा देश हैं, जो शांति से रहना चाहता है. हम किसी पर हमला नहीं करना चाहते, हम अच्छी तरह से और शांत रहना पसंद करते हैं.
बंदूक चलाना नहीं आता, फिर भी चाहता हूं जाना
फुटबॉल खिलाड़ी ने कहा कि मैं सच कहता हूं कि युद्ध में जाना चाहता हूं और अपने लोगों की मदद करना चाहता हूं, लेकिन मैं मदद नहीं कर सकता, क्योंकि मुझे नहीं पता कि कैसे शूट करना है, कैसे चलना है, कैसे एक बंदूक को फिर से लोड करना है. सच्चाई यह है कि मैं मदद करना चाहता हूं.
Next Story