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जिसको अब अमल में लाया जाएगा। इस बैठक में दोनों पक्ष मानवीय कॉरिडोर बनाने पर सहमत हुए थे।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का आज नौवां दिन है। यूक्रेन पर रूसी सेना का हमला रूकने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने परमाणु पावर प्लांट पर रूस के हमले के बाद एक वीडियो जारी कर उसपर 'परमाणु आतंक' का आरोप लगाया है। जेलेंस्की ने कहा कि परमाणु पावर प्लांट पर हमला दर्शाता है कि पुतिन चेरनोबिल आपदा को दोहराना चाहते हैं।
दूसरी और रूसी सैन्य बलों ने यूक्रेन के दक्षिणपूर्व में यूरोप के सबसे बड़े जापोरिज्जिया न्यूक्लियर पावर प्लांट को भी जब्त कर लिया। न्यूज एजेंसी रायटर के अनुसार एक स्थानीय प्राधिकरण ने यह दावा किया है कि रूस की सेना ने सुबह हमला करने के बाद इसको अपने कब्जे में ले लिया है। बता दें कि आज सुबर ही रूस ने इस प्लांट पर हमला किया था जिसके बाद इसमें भयंकर आग लग गई थी जिसको बाद में बुझा लिया गया था।
रूस ने इंटरनेट पर कसा शिकंजा
VIDEO: Ukraine's Volodymyr Zelensky accuses Russia of 'nuclear terror' after plant attack
— AFP News Agency (@AFP) March 4, 2022
Zelensky accuses Moscow of wanting to "repeat" the Chernobyl disaster after he says invading Russian forces shot at a nuclear power plant pic.twitter.com/2QLtHg0tyn
रूस ने इंटरनेट पर अपना नियंत्रण बड़ा दिया है और बीबीसी सहित कुछ मीडिया वेबसाइटों पर आंशिक प्रतिबंध लगा दिया है। रूसी मीडिया वाचडाग के अनुसार रूसी भाषा के यूएस-वित्त पोषित रेडियो चैनल, फेसबुक और कुछ वेबसाइटों तक पहुंच को सीमित कर दिया गया है।
रूसी सेना के बारे में 'फर्जी' जानकारी फैलाने पर होगी जेल
यूक्रेन के साथ युद्ध के बीच रूसी संसद के निचले सदन ने एक कानून पारित किया है। इस कानून के तहत सेना के बारे में 'फर्जी' जानकारी फैलाने पर जेल की सजा हो सकती है। स्टेट ड्यूमा द्वारा पारित कानून में जानबूझकर गलत जानकारी फैलाने वालों के लिए जुर्माना और 15 साल की जेल की सजा का प्रावधान किया गया है। बता दें कि रूस में राष्ट्रपति पुतिन और उनकी सेना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहा है।
2-3 दिनों में सभी भारतीयों की हो जाएगी वापसी
स्लोवाकिया में भारत के राजदूत वनलालहुमा ने कहा कि जिस तरह से भारतीयों को वापिस लाने का अभियान काम कर रहा है उसके अनुसार 2-3 दिनों में ही सभी भारतीयों की वापसी हो सकती है। उन्होंने कहा कि सीमा पार करने के बाद छात्रों के लिए आवास, परिवहन उपलब्ध कराना उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती रहा।
युद्ध पर प्रधानमंत्री मोदी ने की समीक्षा बैठक
यूक्रेन-रूस युद्ध पर प्रधानमंत्री मोदी ने एक हाई लेवल समीक्षा बैठक की। बैठक में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ एनएसए अजीत डोभाल शामिल हुए। जानकारी के अनुसार इस बैठक में यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने पर चर्चा की गई है।
130 रूसी बसों से निकाले जाएंगे भारतीय
रूस के राष्ट्रीय रक्षा नियंत्रण केंद्र के प्रमुख कर्नल जनरल मिखाइल मिज़िंटसेव ने घोषणा की कि खार्किव और सूमी से भारतीय छात्रों और अन्य विदेशियों को रूस के बेलगोरोड क्षेत्र में निकालने के लिए 130 रूसी बसें तैयार की गईं हैं। गौरतलब है कि यह फैसला रूस और यूक्रेन के बीच दूसरे दौर की बैठक में लिया गया था जिसको अब अमल में लाया जाएगा। इस बैठक में दोनों पक्ष मानवीय कॉरिडोर बनाने पर सहमत हुए थे।
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