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ट्रांसफर करने के लिए मजबूर कर सकता है। आपरेटर ने इसकी वजह 'कब्जे वाली ताकतों' के हस्तक्षेप को बताया है।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध (Russia Ukraine Conflict) अभी भी जारी है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बड़ा दावा किया है। जेलेंस्की ने कहा कि कीव की सेना को सफलता मिली है। हमारी सेना ने खारकीव के चार गांवों से रूसी सेना को खदेड़ दिया है। जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन की सेना धीरे-धीरे रूसी सेना को खारकीव से खदेड़ रही है। वहीं, यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा कि यूक्रेन रूस को उसके कब्जे वाले क्षेत्रों से जाने के लिए मजबूर कर सकता है।
कुलेबा ने फाइनेंशियल टाइम्स को बताया कि यूक्रेन को शुरू में विश्वास था कि 24 फरवरी के आक्रमण से पहले रूसी सैनिकों वहां से वापस चली जाएगी, जिन जगहों पर उन्होंने कब्जा कर लिया था, लेकिन रूस कीव पर जल्दी कब्जा करने में विफल हो गया और उसकी सेना का ध्यान डोनबास के पूर्वी औद्योगिक गढ़ में स्थानांतरित हो गया।कुलेबा ने आगे कहा, 'हम सैन्य मोर्चे पर काफी मजबूत हैं। अगर हम डोनबास की लड़ाई जीतते हैं तो हमारी रणनीति के लिए महत्वपूर्ण होगा। जाहिर तौर पर लड़ाई में हमारी जीत बाकी क्षेत्रों की आजादी होगी।'
उधर, यूक्रेन के प्राकृतिक गैस पाइपलाइन आपरेटर ने बुधवार को देश के पूर्व में एक प्रमुख केंद्र के माध्यम से रूसी शिपमेंट को रोक दिया है। पाइपलाइन आपरेटर ने कहा कि मास्को समर्थित अलगाववादियों के नियंत्रण वाले पूर्वी यूक्रेन के एक हिस्से में प्राकृतिक गैस की सप्लाई को रोक देगा। आपरेटर ने कहा कि Novopskov केंद्र यूक्रेन से पश्चिम यूरोप जाने वाली रूसी गैस का करीब एक तिहाई हिस्सा संभालता है।
फरवरी में प्रभावित हुई थी प्राकृतिक गैस की आपूर्ति
गौरतलब है कि फरवरी में जब दोनों देशों के बीच युद्ध शुरू हुआ था तब पहली बार प्राकृतिक गैस की आपूर्ति प्रभावित हुई थी। पाइपलाइन आपरेटर के इस कदम से रूस यूरोप में अपने ग्राहकों तक पहुंचने के लिए यूक्रेन द्वारा नियंत्रित क्षेत्र के माध्यम से गैस के प्रवाह को ट्रांसफर करने के लिए मजबूर कर सकता है। आपरेटर ने इसकी वजह 'कब्जे वाली ताकतों' के हस्तक्षेप को बताया है।
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