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यूक्रेन के राष्ट्रपति ने तत्काल युद्धविराम की अपील की, NATO ने कहा- जंग को रोकना मुख्य उद्देश्य

Renuka Sahu
21 Feb 2022 12:58 AM GMT
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने तत्काल युद्धविराम की अपील की, NATO ने कहा- जंग को रोकना मुख्य उद्देश्य
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फाइल फोटो 

रूस ने रविवार को यूक्रेन की उत्तरी सीमाओं के पास सैन्य अभ्यास का विस्तार किया।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रूस ने रविवार को यूक्रेन की उत्तरी सीमाओं के पास सैन्य अभ्यास का विस्तार किया। वहीं, पूर्वी यूक्रेन में सैनिकों और रूस समर्थित अलगाववादियों के बीच लगातार दो दिन हुई गोलाबारी से हमले की आशंका और बढ़ गई है। इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति ने संघर्ष विराम की अपील की है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि यूक्रेन त्रिपक्षीय संपर्क समूह के भीतर शांति वार्ता का समर्थन करता है। जेलेंस्की ने अपने एक ट्वीट पर लिखा,"कल की बातचीत को जारी रखते हुए, इमैनुएल मैक्रों को वर्तमान सुरक्षा स्थिति और गोलाबारी के बारे में सूचित किया। हम शांति प्रक्रिया को तेज करने के पक्ष में हैं। हम टीसीजी को तत्काल बुलाने और मौन की व्यवस्था को तत्काल लागू करने का समर्थन करते हैं।"
उधर, नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने रविवार को कहा कि नाटो यूक्रेन में चल रहे संकट को हल करने के उद्देश्य से किसी भी राजनयिक पहल का समर्थन करता है और युद्ध की रोकथाम को प्राथमिकता देता है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि सबसे अहम बात यूक्रेन पर एक नए सशस्त्र हमले को रोकने के लिए है, इसलिए हम नाटो सहयोगियों द्वारा राजनीतिक समाधान खोजने के सभी प्रयासों का समर्थन करते हैं, और नाटो रूस के साथ नाटो-रूस परिषद में बैठने के लिए भी तैयार है।"
वहीं, बेलारूस के रक्षा मंत्री विक्टर ख्रेनिन ने कहा है कि यूक्रेन को लेकर बढ़ते तनाव के कारण रूसी सैनिकों के साथ उनके देश का संयुक्त अभ्यास जारी रहेगा। पहले के कार्यक्रम के मुताबिक यह अभ्यास रविवार को खत्म होना था। यूक्रेन की उत्तरी सीमा बेलारूस से लगती है, जहां वाहनों से पहुंचने में तीन घंटे से भी कम का समय लगता है। रूसी सैनिकों की मौजूदगी से पश्चिमी देशों को आशंका है कि वे यूक्रेन की राजधानी कीव में घुस सकते हैं। कीव की आबादी करीब 30 लाख है।
पश्चिमी देशों के नेताओं ने आगाह किया है कि रूस अपने पड़ोसी देश यूक्रेन पर हमला कर सकता है और उसने सीमा के तीनों तरफ लगभग 1,50,000 सैनिकों, युद्धक विमानों और अन्य साजो-सामान की तैनाती कर रखी है। रूस ने शनिवार को पड़ोसी देश बेलारूस में परमाणु हथियारों और पारंपरिक युद्धाभ्यास किया। काला सागर तट के पास भी उसके नौसैनिकों ने अभियान में हिस्सा लिया।
अमेरिका और कई यूरोपीय देशों ने आशंका जताई है कि रूस हमला करने के बहाने तलाश रहा है। पश्चिमी देशों ने हमले की स्थिति में तत्काल प्रतिबंध लगाने की चेतावनी भी दी है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने शनिवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बैठक करके संकट का हल निकालने का प्रस्ताव दिया। जेलेंस्की ने रविवार को ट्वीट कर संघर्ष विराम की अपील की। जेलेंस्की के इस प्रस्ताव पर रूस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
बेलारूस में 30,000 रूसी सैनिक: नाटो का अनुमान
उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) का अनुमान है कि बेलारूस में 30,000 रूसी सैनिक हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों से फोन पर बातचीत के बाद पुतिन ने यूक्रेन पर हालात को भड़काने और नाटो पर यूक्रेन में ''आधुनिक हथियार और गोला-बारूद पहुंचाने'' के लिए दोषी ठहराया। रूस के राष्ट्रपति कार्यालय 'क्रेमलिन' के बयान में संघर्ष विराम के अस्थायी होने का उल्लेख किया गया और वार्ता के लिए जेलेंस्की की अपील पर कुछ नहीं कहा गया है।
वहीं, यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने रविवार को कहा, ''बड़ा सवाल यह है कि क्या रूस बातचीत करना चाहता है?' मिशेल ने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में कहा, ''ऐसे में जब रूस मिसाइल परीक्षण करता रहता है और सैनिकों को इकट्ठा करना जारी रखता है हम हमेशा शांति-सद्भावना की पेशकश नहीं कर सकते।'' उन्होंने कहा, ''एक बात निश्चित है। अगर आगे सैन्य आक्रमण होता है तो हम और बड़े प्रतिबंध लगाएंगे।''
कैसा रहा जन-जीवन?
कीव में, रविवार को जन-जीवन सामान्य रहा। वर्षों पहले अलगाववादियों के कब्जे वाले लुहांस्क क्षेत्र से भागकर आईं कतेरीना स्पांचक ने कहा कि उन्होंने शांति के लिए प्रार्थना की। स्पांचक ने कहा, ''हम इंसान हैं, हम सभी जीवन से प्यार करते हैं। इसी प्यार के कारण सब एकजुट हैं। मुझे लगता है कि सब कुछ ठीक हो जाएगा।''
हालांकि, पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादी नेताओं ने क्षेत्र में हिंसा बढ़ने और इसकी आड़ में रूस के आक्रमण करने को लेकर पश्चिमी देशों की आशंका के बीच शनिवार को पूर्ण सैन्य लामबंदी का आदेश दिया। दोनेत्स्क और लुहांस्क में अलगाववादी प्राधिकारियों ने महिलाओं, बच्चों तथा बुजुर्गों को पड़ोसी रूस भेजने की घोषणा की है। रूस ने अलगाववादियों के कब्जे वाले क्षेत्र के लोगों के लिए करीब 7,00,000 पासपोर्ट जारी किये।
अलगाववादी क्षेत्रों के अधिकारियों ने दावा किया कि यूक्रेनी सेना ने पिछले दिनों कई तोपों से गोले दागकर हमले किए और रूसी सीमा के पास एक गांव पर हमले में दो नागरिक मारे गए। अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने रविवार को उस हालात को समझने के महत्व पर जोर दिया जिसका यूरोप सामना कर रहा है। म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में हैरिस ने कहा, ''हम यूरोप में युद्ध की आशंका के बारे में बात कर रहे हैं। सत्तर साल से अधिक हो गए हैं, और उन 70 वर्षों के दौरान...शांति और सुरक्षा रही है।''
यूक्रेन के नेता ने रूस पर नए प्रतिबंधों को रोकने के लिए अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों की आलोचना की। जेलेंस्की ने सम्मेलन से पहले की टिप्पणियों में, यूक्रेन को तुरंत नाटो में शामिल होने की अनुमति देने से पश्चिमी देशों के इनकार पर भी सवाल उठाया। पुतिन की मांग है कि यूक्रेन को नाटो का सदस्य नहीं बनाया जाए। अगले कुछ दिनों में युद्ध होने की आशंका के बीच जर्मनी और ऑस्ट्रिया ने अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा है। जर्मन विमानन कंपनी लुफ्थांसा ने राजधानी कीव और ओडेसा के लिए उड़ानें रद्द कर दीं। कीव में नाटो के संपर्क कार्यालय ने कहा कि यह कर्मचारियों को ब्रसेल्स और पश्चिमी यूक्रेन शहर लविव में स्थानांतरित कर रहा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को कहा था कि उन्हें यकीन है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन और उसकी राजधानी कीव पर हमला करने का फैसला कर लिया है। एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा था कि यूक्रेन सीमा के आसपास तैनात सुरक्षा बलों के अनुमानित तौर पर 40 से 50 प्रतिशत जवान सीमा के पास हमले की स्थिति में तैनात हैं।
रूस-अमेरिका के बीच वार्ता के भी प्रयास
रूस और अमेरिका के बीच वार्ता के भी प्रयास हो रहे हैं। अमेरिकी और रूसी रक्षा प्रमुखों ने शुक्रवार को बात की। विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव अगले सप्ताह मिलने पर सहमत हुए हैं। यूरोपीय संघ (ईयू) की प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने शनिवार को कहा कि रूस अगर यूक्रेन पर हमला करता है तो पश्चिमी प्रतिबंधों के तहत मास्को के पास केवल सीमित वित्तीय बाजारों और सीमित अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी सामान तक पहुंच होगी।
मैक्रों के कार्यालय ने कहा कि यूक्रेनी और रूसी दोनों नेता ''आने वाले दिनों और आने वाले हफ्तों में'' एक राजनयिक समाधान की दिशा में काम करने के लिए सहमत हुए हैं।
पूर्वी यूक्रेन में ज्यादा खतरा
फिलहाल, सबसे ज्यादा खतरा पूर्वी यूक्रेन में है, जहां अलगाववादी संघर्ष 2014 में शुरू हुआ और इसमें 14,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। अलगाववादी और यूक्रेन के सैनिक लगभग आठ वर्षों से लड़ रहे हैं, लेकिन दोनों पक्षों को अलग करने वाली सीमा पर हिंसा हाल के दिनों में बढ़ गयी है। रूस ने शनिवार को कहा कि पूर्वी यूक्रेन की सरकार के कब्जे वाले हिस्से से दागे गए कम से कम दो गोले सीमा पार गिरे। हालांकि यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने दावे को ''एक फर्जी बयान'' बताते हुए खारिज कर दिया था।
दोनेत्स्क क्षेत्र में रूस समर्थक अलगाववादी सरकार के प्रमुख डेनिस पुशिलिन ने शनिवार को एक बयान जारी कर पूर्ण सैन्य लामबंदी की घोषणा की और रिजर्व बल के सदस्यों से सैन्य भर्ती कार्यालय में आने का अनुरोध किया। लुहांस्क में एक अन्य अलगाववादी नेता लियोनिद पेसेचनिक ने भी ऐसी ही घोषणा की है। इस बीच, पूर्वी यूक्रेन में यूक्रेनी सेना के अधिकारियों पर गोलाबारी की गई। अधिकारियों ने गोलाबारी से बचने के लिए क्षेत्र में बनाए गए बम रोधी आश्रय स्थल में शरण ली। बाकी अन्य जगहों पर यूक्रेन के सैनिकों ने कहा कि उन्हें जवाबी गोलीबारी नहीं करने के आदेश दिए गए हैं।
पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने रविवार को रूसी सरकारी टेलीविजन पर प्रसारित एक साक्षात्कार में कहा, ''जैसा कि तनाव अभी चरम पर है तो कोई भी चिंगारी, कोई अनियोजित घटना या उकसावे की किसी भी मामूली घटना के नुकसानदायक परिणाम हो सकते हैं।''
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