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यूक्रेन का आरोप, रूस के सामने सरेंडर करने का दबाव बना रहे पश्चिमी देश

Subhi
21 Nov 2022 12:53 AM GMT
यूक्रेन का आरोप, रूस के सामने सरेंडर करने का दबाव बना रहे पश्चिमी देश
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यूक्रेन ने रविवार को सनसनीखेज आरोप लगाया कि पश्चिमी देश उस पर रूस के सामने सरेंडर करने का दबाव बना रहे हैं। यूक्रेन ने दावा किया कि वह जंग जीत रहा है लेकिन रूस शांतिवार्ता की आड़ में फिर ताकत जुटाते हुए यूक्रेन पर हमले करके ज्यादा जमीन हड़प सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पिछले दिनों यूक्रेन को शांति वार्ता के लिए रुख नरम करने की सलाह दी थी।

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के सलाहकार मायख्येलो पोदोल्याक ने कहा, यूक्रेन जंग के मैदान में रूस को पटखनी देते हुए अपनी खोई हुई जमीन वापस हासिल कर रहा है। युद्ध के इस पड़ाव पर पश्चिमी की तरफ से रूस से समझौता करने का दबाव सीधे तौर पर यूक्रेन से रूस के सामने सरेंडर करने की मांग जैसा है। सेरही प्रय्तुला फाउंडेशन को दिए साक्षात्कार में पोदोल्याक ने कहा, पश्चिमी नेता कह रहे हैं कि यूक्रेन सैन्य तरीके से इस जंग का हल नहीं निकाल सकता है।

जपोरिझिया परमाणु संयंत्र धमाकों से दहला

संयुक्त राष्ट्र की परमाणु ऊर्जा निगरानी एजेंसी आईएईए ने बताया कि रविवार को यूक्रेन के जपोरिझिया परमाणु संयंत्र के आसापास एक के बाद एक 12 धमाके हुए। रूस और यूक्रेन ने हमलों के लिए एक-दूसरे पर आरोप लगाया। आईएईए प्रमुख रफाएल ग्रोसी ने कहा कि दोनों देशों का जल्द से जल्द इसे निषेध क्षेत्र घोषित कर देना चाहिए। यहां किसी भी तरह का हमला आग से खेलने जैसा है।

कैदियों को गोली मारने की होगी जांच

यूक्रेन की उपराष्ट्रपति ओल्गा स्टेफनीशिना ने कहा कि रूस में सोशल मीडिया पर चर्चित उस वीडियो की जांच की जा रही है, जिसमें आरोपो लगाया जा रहा है कि सरेंडर करने के बाद भी रूसी सैनिकों को यूक्रेनी सैनिकों ने गोली मार दी। ओल्गा ने कहा कि यूक्रेनी सैनिक इस तरह का वहशी व्यवहार नहीं कर सकते, यकीनन यह वीडियो फर्जी है।

जेलेंस्की के सख्त रुख पर अमेरिका मीडिया के सवाल

पोदोल्याक का यह वीडियो अमेरिकी मीडिया की उन खबरों के बाद सामने आया, जिनमें दावा किया गया था कि अमेरिका सहित ज्यादातर पश्चिमी देश चाहते हैं कि यूक्रेन में युद्ध जल्द खत्म हो और यह तभी हो सकता है, जब यूक्रेन समझौते को तैयार हो जाए। अमेरिकी मीडिया में यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के सख्त रुख पर भी सवाल खड़े किए गए हैं, जो रूस से बातचीत के लिए राष्ट्रपति पद से पुतिन की विदाई और रूसी फौजों की यूक्रेनी जमीन से पूर्ण वापसी पर अडिग हैं। अमेरिकी सेना के शीर्ष जनरल मार्क मिली ने भी इसी माह कहा था कि सैन्य साधनों से किसी के लिए भी वास्तव में जीत हासिल करना संभव नहीं। दोनों देशों को एक बिंदु पर आकर समझौता करना होगा।

रूस का शांति का इरादा नहीं

पोदोल्याक ने कहा, रूस वास्तव में शांति नहीं चाहता, उसका मकसद यूक्रेन को पूरी तरह से बर्बाद कर देना है। यूक्रेन के ऊर्जा ढांचे को तबाह कर लाखों यूक्रेनी लोगों को विस्थापित करना ही उसका असल लक्ष्य है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यूक्रेन को रूस के अंदर उसके सैन्य ठिकानों पर हमला नहीं करना, बल्कि यूक्रेन के अंदर कब्जा कर बनाए रूसी ठिकानों को खत्म करना है। अगर उसे पर्याप्त मदद मिलती रही, तो इस साल के अंत के साथ रूस को यूक्रेन के बाहर धकेल दिया जाएगा।


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