यूक्रेन वॉर: रूस ने सैन्य बेस पर हमले की जिम्मेदारी ली, 180 विदेशी हत्यारों को मारने का दावा
वॉर न्यूज़ अपडेट: रविवार को कीव के पास इरपिन में रूस की सेना की ओर से की गई गोलीबारी में एक अमेरिकी पत्रकार और फिल्म निर्माता की जान चली गई। उधर, मारियुपोल शहर में हालात गंभीर हो गए हैं, यहां भोजन और पानी भी अब खत्म होने की कगार पर है। दूसरी ओर, रूस में पुतिन के इस हमले के खिलाफ प्रदर्शन जारी हैं और अब तक 14 हजार से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने आज लवीव के पास एक सैन्य बेस इंटरनेशनल सेंटर फॉर पीसकीपिंग एंड सिक्योरिटी पर रॉकेट हमले के लिए जिम्मेदारी स्वीकार की है। मंत्रालय ने कहा कि यावोरिव में यह केंद्र विदेशी देशों से मिले सैन्य उपकरणों के भंडारण के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। एक प्रवक्ता ने कहा कि इस हमले में 180 विदेशी हत्यारे मारे गए और भारी मात्रा में गोलाबारूद नष्ट हो गया। मंत्रालय ने कहा कि हम विदेशी हत्यारों के खिलाफ हमले जारी रखेंगे। वहीं, यूक्रेन के अनुसार इस हमले में 35 लोगों की जान गई। रूसी सेना के प्रदर्शन ने हताश हैं पुतिन: अमेरिकी एनएसए अमेरिका के राष्ट्रीय रक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन ने कहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन में अपनी सेना की प्रगति से हताश हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हम नाटो (उत्तर अटलांटिक संधि संगठन) क्षेत्र की एक-एक इंच भूमि की सुरक्षा करेंगे। सुलिवन ने कहा कि पुतिन इस बात से हताश हैं कि उनकी सेनाएं उस तरह का प्रदर्शन नहीं कर पा रही हैं, जैसा उन्होंने सोचा था।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा है कि अगर रूस यूक्रेन में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करता है तो उसे इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि नाटो पर कोई भी हमला होता है तो इसके सहयोगी पूरी क्षमता के साथ प्रतिक्रिया देंगे। सुलिवन ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून और नियमों को लेकर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के रुख को देखते हुए ऐसे हथियारों का इस्तेमाल चौंकाने वाला नहीं होगा। यूक्रेन ने बताया अब तक रूस को हुआ कितना नुकसान यूक्रेन के रक्षा अधिकारियों ने बताया है कि 24 फरवरी से रूस की ओर से हमले की शुरुआत के बाद से 13 मार्च की सुबह छह बजे तक यूक्रेनी बलों ने रूस के 74 विमान और 86 हेलिकॉप्टर मार गिराए हैं। इसके अलावा रूस के 374 टैंक भी नष्ट किए जा चुके हैं। यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार इस युद्ध में अब तक रूस के 12,500 से अधिक सैनिक मारे जा चुके हैं।