यूक्रेन के अधिकारियों ने हाल ही में रूस से आजाद कराए खेरसान और पड़ोसी माइकोलीव इलाकों के लोगों से सर्दियों के लिए क्षेत्र छोड़ने को कहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि बुनियादी ढांचे को पहुंचे नुकसान के कारण नागरिकों के लिए सर्दी में जीवन-यापन कठिन हो सकता है। यूक्रेन की उपप्रधानमंत्री इरीना वेरेशचुक ने कहा, दोनों दक्षिणी क्षेत्रों में रूसी फौजों ने गत माह में लगातार गोलाबारी की है। इसलिए नागरिकों को यूक्रेन के अधिकार वाले पश्चिम के सुरक्षित इलाकों में जाने के लिए कहा गया है।
सरकार उन्हें परिवहन, आवास, मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराएगी। नागरिकों से इलाका खाली कराने का आदेश यूक्रेन के खेरसान शहर और आसपास दोबारा कब्जे के एक हफ्ते बाद आया है। इस इलाके की आजादी यूक्रेन के लिए लड़ाई में बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। अब इसे खाली कराने का आदेश इस बात पर प्रकाश डालता है कि सर्दियां आने को हैं और रूस की ऊर्जा ढांचे पर भारी बमबारी के कारण यूक्रेन को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उधर कई जगह बिजली गुल होने से अंधकार है।
रूस ने अब तक दागीं 4,700 मिसाइलें
रूस ने 24 फरवरी को छेड़े गए युद्ध में पिछले 10 माह के दौरान यूक्रेन पर 4,700 से ज्यादा मिसाइलें दागी हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा, इन मिसाइलों का यूक्रेन पर काफी खतरनाक ढंग से इस्तेमाल किया गया जिससे बड़ी संख्या में जान-माल की हानि हुई है। उन्होंने कहा, इन हमलों में यूक्रेन के सैकड़ों शहर पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं।
परमाणु संयंत्र जोपोरिज्जिया में हुए नुकसान का जायजा लिया
अंरतराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने कहा है कि आईएईए के विशेषज्ञों ने गोलाबारी के कारण परमाणु संयंत्र जोपोरिज्जिया को हुए नुकसान की सीमा का आकलन किया है। उन्होंने पुष्टि की कि तत्काल परमाणु सुरक्षा या सुरक्षा संबंधी कोई चिंताएं नहीं हैं और साइट पर व्यापक क्षति के बावजूद प्रमुख उपकरण पहले की तरह बरकरार हैं।
इस परमाणु संयंत्र के लिए सुरक्षा क्षेत्र बनाने के लिए वार्ता कर रहे आईएईए के महानिदेशक राफेल मारियानो ग्रॉसी ने कहा कि यह चिंता का एक प्रमुख कारण है क्योंकि यह दुनिया के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में से एक है। यह हमलों की तीव्रता को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करता है।