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यूक्रेन के मारियोपोल और खार्कीव जैसे शहरों को तो रूस ने मिसाइलें दागकर खंडहर बना दिया है।
यूक्रेनी विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा कि कीव चीन सहित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के सदस्यों से सुरक्षा गारंटी प्राप्त करने की संभावना का अध्ययन कर रहा है। चीन की सरकारी शिन्हुआ समाचार एजेंसी के साथ एक साक्षात्कार में, कुलेबा ने कहा कि सुरक्षा आश्वासन पर बुडापेस्ट ज्ञापन यूक्रेन को वास्तविक सुरक्षा की गारंटी देने में विफल रहा है। कुलेबा के अनुसार, जब रूस यूक्रेन से अपने सैनिकों को वापस बुलाएगा तो यूरोप में सुरक्षा में सुधार होगा।
यूक्रेन में संघर्ष विराम शुरू कराने की उम्मीद
यूक्रेनी विदेश मंत्री ने सिन्हुआ को बताया कि कीव अब यूएनएससी के स्थायी सदस्यों और चीन सहित अन्य प्रमुख शक्तियों से सुरक्षा गारंटी प्राप्त करने की संभावनाएं तलाश रहा है और बीजिंग को यूक्रेन के सुरक्षा गारंटरों में से एक बनने की पेशकश कर रहा है। उन्होंने कहा कि कीव को उम्मीद है कि बीजिंग रूस से यूक्रेन में संघर्ष विराम शुरू करने का आह्वान करेगा ताकि स्थिति को बढ़ने से रोका जा सके।
सुरक्षा गारंटी पर मसौदे के लिए एक प्रतिनिधिमंडल बनाया
आपको बता दें कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की ने यूक्रेन की सुरक्षा गारंटी के लिए हाल ही में संधि के मसौदे को तैयार करने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल का गठन किया था। इसमें यूक्रेन के सांसद, सुरक्षा अधिकारियों को शामिल किया गया था।
यूक्रेन के कई शहर तबाह कर चुका रूस
बता दें कि रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन में अपना विशेष सैन्य अभियान शुरू किया था। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि इस युद्ध का लक्ष्य पूर्वी यूक्रेन के लोगों की रक्षा करना है और यूक्रेन को नाटो का सदस्य बनाने से रोकना है। गौरतलब है कि रूसी सेना के हमले में यूक्रेन कई बड़े शहर लगभग तबाह हो गए हैं। यूक्रेन के मारियोपोल और खार्कीव जैसे शहरों को तो रूस ने मिसाइलें दागकर खंडहर बना दिया है।
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