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तल्खियों-धमकियों के बीच यूक्रेन-रूस वार्ता बेनतीजा, रूसी परमाणु ट्रायड की तैयारी शुरू

Subhi
1 March 2022 12:39 AM GMT
तल्खियों-धमकियों के बीच यूक्रेन-रूस वार्ता बेनतीजा, रूसी परमाणु ट्रायड की तैयारी शुरू
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तल्ख बयानों और एक-दूसरे को धमकियों के बीच रूस और यूक्रेन में सोमवार को पांच घंटे चली वार्ता बेनतीजा खत्म हो गई।

तल्ख बयानों और एक-दूसरे को धमकियों के बीच रूस और यूक्रेन में सोमवार को पांच घंटे चली वार्ता बेनतीजा खत्म हो गई। बेलारूस के गोमेल में प्रिपेट नदी के किनारे हुई वार्ता में यूक्रेन ने मांग रखी कि रूस तुरंत युद्ध रोके और दोनबास व क्रीमिया समेत यूक्रेन के सभी इलाकों से सेना हटाए। वहीं, रूस ने यूक्रेन पर हमले जारी रखने के साथ परमाणु ट्रायड की तैयारी शुरू कर दी। मिसाइल कमांड भी अलर्ट पर है। रूसी सेना ने यूक्रेनी नागरिकों को सुरक्षित रास्तों से कीव छोड़ने की सलाह दी है।

वार्ता में यूक्रेनी दल का नेतृत्व रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेजनिकोव ने किया जबकि रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पूर्व संस्कृति मंत्री व्लादिमीर मेदिंस्की कर रहे थे। सूत्रों ने बताया कि दोनों पक्ष जल्द फिर बैठक पर सहमत हुए हैं। अब पोलैंड-बेलारूस की सीमा पर बैठक होगी। वार्ता के बीच ही यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि उनके लिए वार्ता का लक्ष्य तत्काल युद्ध विराम और रूसी बलों की वापसी है। वार्ता के नतीजों से नाउम्मीद जेलेंस्की ने रूसी सैनिकों को जान बचाकर लौटने की सलाह भी दी। उन्होंने कहा, अपने कमांडरों के दावों पर भरोसा मत करो। अबतक 4500 रूसी सैनिक मारे गए हैं। दूसरी ओर मेदिंस्की ने कहा, चूंकि विवाद के कारण हर घंटे यूक्रेनी नागरिक और सैनिक मर रहे हैं इसलिए जल्दी से जल्दी समझौते पर पहुंचना दोनों पक्षों के हित में है।

फिर होगी वार्ता : मेंदिस्की

वार्ता के बारे में रूसी प्रतिनिधि व्लादिमीर मेंदिस्की ने कहा, यूक्रेनी पक्ष के साथ बातचीत करीब पांच घंटे चली और हमने एजेंडे के सभी बिंदुओं पर चर्चा की। इस दौरान हमने कुछ ऐसे बिंदू तलाशे हैं जिनपर हमें उम्मीद है कि एक साथ आगे बढ़ा जा सकता है। अभी वार्ता के बारे में दोनों पक्ष अपने नेतृत्व को जानकारी देने लौटे हैं और आने वाले दिनों में फिर वार्ता होगी।

दो छोटे यूक्रेनी शहरों पर रूस का कब्जा

यूक्रेन के विभिन्न शहरों में लड़ाई सोमवार को भी जारी रही लेकिन अन्य दिनों की अपेक्षा पांचवें दिन रूसी सेना के आगे बढ़ने की गति धीमी रही। कीव, खारकीव, मेरियूपोल समेत कई शहरों में रूसी मिसाइलों और टैंकों का हमला जारी रहा। यूक्रेनी अधिकारियों ने दावा किया कि इनमें से कोई भी शहर अभी रूसी जमीनी सेनाओं के कब्जे में नहीं है। वहीं, रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि उसकी सेना ने यूक्रेन के दक्षिण पूर्व में स्थित दो छोटे शहरों बेरडेयंस्क और एनेरहोदर पर कब्जा जमा लिया है। इसके अलावा जेपोरिज्झया परमाणु संयंत्र पर भी कब्जा कर लिया है। यूक्रेन ने परमाणु संयंत्र पर कब्जे से इनकार किया है।

युद्ध में अब तक 352 यूक्रेनी नागरिकों की मौत

यूक्रेन के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 14 बच्चों समेत 352 यूक्रेनी नागरिक अबतक युद्ध के दौरान मारे जा चुके हैं। 1684 लोग घायल हैं। हालांकि स्वतंत्र सूत्रों के अनुसार मृतकों की संख्या इससे कहीं अधिक है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार 5 लाख लोग यूक्रेन छोड़कर पड़ोसी देशों में जा चुके हैं।

अंतरराष्ट्रीय सेना बनाएंगे जेलेंस्की

यूक्रेन राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सेना बनाने की घोषणा भी कर दी। उन्होंने कहा, मैं पूरी दुनिया के लोगों से इस सेना में शामिल होने की अपील करता हूं।

30 फीसदी गिरा रूबल

यूक्रेन पर हमले के बाद अमेरिका और पश्चिमी देशों द्वारा रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों का असर दिखने लगा है। रूस की मुद्रा रूबल में डॉलर के मुकाबले सोमवार को एक दिन में 30 फीसदी की गिरावट आ गई। रूस के केंद्रीय बैंक ने अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए अपनी नीतिगत ब्याज दरों में 100 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि कर दी है।

रूस ने 36 देशों के लिए हवाई क्षेत्र बंद किया

इस बीच रूस ने 36 देशों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है। इनमें अधिकांश यूरोपीय देश और कनाडा शामिल है। ये वो देश हैं जिन्होंने रूसी विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद किया है। रूसी विमानन एजेंसी ने सोमवार को यह जानकारी दी।

चीन ने कहा, शांति रखें सभी पक्ष

पुतिन के परमाणु बलों को हाई अलर्ट पर रहने संबंधी आदेश के बाद चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा, सभी पक्षों को शांति रखनी चाहिए और स्थिति को गंभीर होने से बचाना चाहिए। चीन ने पश्चिमी देशों को नसीहत देते हुए कहा, हर देश की उचित सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लिया जाना चाहिए।

मानवाधिकार आयोग में भी उठेगा मामला

संयुक्तराष्ट्र मानवाधिकार आयोग ने यूक्रेन पर रूसी हमले के बारे में इस सप्ताह बैठक करने का फैसला किया है। यूक्रेन के आग्रह पर यह बैठक होगी। 47 सदस्यीय आयोग में 29 सदस्यों ने बैठक बुलाने के पक्ष में जबकि रूस-चीन समेत 5 ने विपक्ष में वोट डाला। 13 सदस्य मतदान से बाहर रहे।


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