नाटो और रूस के अधिकारी यूक्रेन के भविष्य को लेकर मतभेदों को पाटने के लिए अहम बैठक कर रहे हैं। इसमें रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के तनाव कम करने के सुरक्षा प्रस्ताव पर खासतौर पर चर्चा की जाएगी। यह बैठक अमेरिकी नेतृत्व की उन कोशिशों के बीच हो रही है जिसमें वाशिंगटन का मानना है कि रूस कभी भी यूक्रेन पर आक्रमण कर सकता है, जबकि मॉस्को ने इससे इनकार किया है।
रूसी उप विदेश मंत्री अलेक्जेंडर ग्रश्को और उप रक्षामंत्री अलेक्जेंडर फोमिन मॉस्को के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। ब्रुसेल्स स्थित नाटो मुख्यालय में अमेरिकी उप विदेश मंत्री वेंडी शरमन भी यहां मौजूद हैं। तीन घंटे तक चलने वाली इस बैठक में नाटो-रूस परिषद वार्ता के लिए मुख्य मंच के तौर पर रहेगा
पुतिन का कहना है कि मॉस्को ने नाटो देशों के साथ एक मसौदा सार्वजनिक किया है। इसके तहत नाटो को न सिर्फ यूक्रेन के साथ बल्कि रूसी सीमाओं के करीब एस्टोनिया जैसे देशों में अपनी मौजूदगी कम करने के लिए सहमति देनी होगी। इसके एवज में रूस अपने युद्ध के खेल को सीमित करने के साथ शत्रुता खत्म करने का संकल्प भी लेगा। लेकिन इस तरह के समझौते का समर्थन करने के लिए नाटो को अपनी स्थापना संधि के एक अहम हिस्से को खारिज करना होगा।