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यूक्रेन को लेकर यूरोप में तनाव बढ़ता जा रहा है. इस वजह से रूस और अमेरिका के बीच भी टेंशन बढ़ रही है
यूक्रेन (Ukraine) को लेकर यूरोप में तनाव बढ़ता जा रहा है. इस वजह से रूस और अमेरिका (Russia-US Tensions) के बीच भी टेंशन बढ़ रही है. वहीं, रूस (Russia) के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अमेरिका (America) को किसी भी कीमत पर युद्ध चाहता है. दरअसल, रूसी विदेश मंत्रालय की ये टिप्पणी इस बात को लेकर आई कि अमेरिका ने एक विमान के जरिए हजारों की संख्या में अतिरिक्त जवानों को पोलैंड (Poland) भेजा है. यूक्रेन-रूस के बीच पैदा हो रहे हालात को देखते हुए अमेरिका ने कहा है कि मॉस्को (Moscow) कभी भी कीव पर हमला कर सकता है.
पेंटागन (Pentagon) ने खुलासा किया कि वह यूक्रेन संकट (Ukraine crisis) के बीच पूर्वी यूरोप में 3,000 अतिरिक्त सैनिक भेज रहा है. आधिकारिक घोषणा से पहले पत्रकारों से बात करने वाले एक अधिकारी के अनुसार, अगले सप्ताह की शुरुआत में पोलैंड में मौजूद 1700 अमेरिकी सैनिकों के साथ ये सैनिक भी जुड़ जाएंगे. अमेरिका और पश्चिमी मुल्क यूक्रेन से सटे मुल्कों में अपने सैनिकों की तैनाती को बढ़ा रहे हैं. इसके अलावा, यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई भी की जा रही है. रूस ने भी यूक्रेन (Russia-Ukraine) से लगने वाली सीमा पर हथियारों की तैनाती को बढ़ा दिया है.
रूस ने क्या कहा?
रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा, व्हाइट हाउस का बेवजह का डर पहले से अधिक नजर आ रहा है. अमेरिका युद्ध चाहता है. वो भी किसी भी कीमत पर. उन्होंने कहा कि उकसाना, दुष्प्रचार और धमकी अमेरिका और उसके सहयोगियों के लिए अपनी समस्याओं को हल करने का एक पसंदीदा तरीका है. जखारोवा ने कहा कि अमेरिकी सैन्य-राजनीतिक मशीन फिर से लोगों की जिंदगी से गुजरने को तैयार है. पूरी दुनिया देख रही है कि कैसे सैन्यवाद और साम्राज्यवादी महत्वाकांक्षाएं खुद को बेनकाब करती हैं. पिछले कुछ महीनों में पश्चिमी देशों ने रूस पर यूक्रेन पर हमला करने का प्लान बनाने का आरोप लगाया है.
यूक्रेन में अपना दूतावास खाली करेगा अमेरिका
अमेरिका ने कहा है कि रूस किसी भी समय यूक्रेन पर हमला कर सकता है. इस वजह से उसने कीव स्थित अपने दूतावास को खाली करने की तैयारी शुरू कर दी है. अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि विदेश मंत्रालय जल्द ही यह घोषणा करने वाला है कि रूसी आक्रमण की आशंका के मद्देनजर कीव दूतावास के सभी अमेरिकी कर्मचारियों को पहले ही देश छोड़ना होगा. मंत्रालय ने पहले यूक्रेन में अमेरिकी दूतावास के कर्मचारियों के परिवारों को देश छोड़ने का आदेश दिया था. इसके अलावा गैर-आवश्यक कर्मियों से कहा गया था कि वे वहां से प्रस्थान करना चाहते हैं या नहीं, यह उनके विवेक पर निर्भर है.
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