दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच 10 महीनों से जारी युद्ध के थमने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। हालांकि, इस जंग में दोनों ही पक्षों को जबरदस्त नुकसान हुए हैं। खासकर यूक्रेन के अलग-अलग इलाकों में कब्जे के लिए तैनात रूसी सेना को जंग के साथ-साथ मौसम और आपूर्तियों की बाधा जैसी समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है। दूसरी तरफ यूक्रेन इन मौकों को भांपते हुए लगातार रूस के कब्जे में गए अपने क्षेत्रों को छुड़ाने की कोशिश में लगा है। इसी कड़ी में उसने लुहांस्क में रूस में सैन्य संगठन के हेडक्वार्टर पर हमला किया। बताया गया है कि यह सैन्य मुख्यालय रूस के वैगनर ग्रुप का ठिकाना था, जो कि अपनी बर्बरता के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है।
रिपोर्ट्स की मानें तो यूक्रेन की ओर से किए गए इस हमले में वैगनर ग्रुप का मुख्यालय जमींदोज हो गया। इस घटना की कुछ तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। एक अधिकारी ने बताया कि यूक्रेनी सैनिकों ने एक होटल पर हमला किया, जहां रूस के वैगनर ग्रुप के लोग मौजूद थे। इस हमले में रूस के कई लोगों के मारे जाने की खबर है। लुहांस्क के गवर्नर ने फिलहाल इस बात का खुलासा नहीं किया है कि हमले में कितने लोगों की मौत हुई, लेकिन उन्होंने मृतकों की 'बड़ी संख्या' का जिक्र किया है। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि हमले में जो भी लोग बचे होंगे, वे अस्पताल में जख्मों की वजह से दम तोड़ सकते हैं।
रूस ने भी यूक्रेन पर ड्रोन हमलों को बढ़ाया: यूक्रेन की तरफ से हमलों के बढ़ने के बाद रूस ने भी ड्रोन्स के जरिए पलटवार तेज कर दिया है। शनिवार-रविवार को रूस और यूक्रेन के बीच यूक्रेन के दक्षिणी इलाके में ओडेसा और मेलितोपोल में जबरदस्त भिडंत हुई। रूस ने ओडेसा पर ड्रोन से हमले किए, तो यूक्रेन ने मेलितोपोल पर मिसाइलें दागकर जवाब दिया। यूक्रेनी सेना का दावा है कि बीते एक दिन में रूस के 10 से ज्यादा ड्रोन मार गिराए हैं। हालांकि, कुछ ड्रोन बिजली और पानी की आपूर्ति से जुड़े ढांचों को तबाह करने में कामयाब रहे, जिसकी वजह से ओडेसा में करीब 15 लाख लोग बिना बिजली के हैं।
वहीं, रूस ने बताया कि यूक्रेन के मिसाइल हमले से मेलितोपोल में रविवार को दौ रूसी सैनिकों की मौत हुई, जबकि 10 लोग घायल हुए हैं। रूस की तरफ से मेलितोपोल में गवर्नर नियुक्त किए गए येवगेनी बालिट्स्की ने बताया कि यूक्रेन ने छह मिसाइलें दागी थीं, जिनमें से दो को वायु रक्षा प्रणालियों ने नष्ट कर दिया, चार अपने लक्ष्य तक पहुंच गईं। बालिट्स्की ने बताया कि यह हमला अमेरिका से मिली हिमार्स मिसाइलों से किया।