यूक्रेन ने रूस को बताया 'आतंकवादी देश', संयुक्त राष्ट्र की बैठक में की कड़ी निंदा
दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र की बैठक में यूक्रेन ने रूस पर कड़ा तंज कसते हुए उसे 'आतंकवादी देश' बताया है। यूक्रेन में हुए रूस के ताजा हमलों के बाद तत्काल बुलाई गई इस बैठक में रूस की निंदा की गई। साथ ही पश्चिमी देशों ने रूस को 'आतंकवादी देश' निरुपित करते हुए मॉस्को को अलग-थलग करने की जरूरत पर जोर दिया। संयुक्त राष्ट्र में यह बहस रूस द्वारा यूक्रेन के चार क्षेत्रों पर किए गए आंशिक रूप से कब्जे को लेकर को बुलाई गई थी। परंतु इस बहस पर यूक्रेन की राजधानी कीव और अन्य शहरों पर हुए ताजा हमलों की छाया साफ दिखाई दी।
संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के राजदूत सर्गेई किस्लिट्स्या जिनका परिवार भी ताजा हमलों की चपेट में आया है, ने अपनी शुरुआती टिप्पणी में कहा कि रूस ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि यह एक आतंकवादी राज्य है, जिसे सबसे मजबूत तरीके से रोका जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से, जब तक आपके आस-पास एक अस्थिर और पागल तानाशाही मौजूद है, तब तक आप शायद ही स्थिर और समझदारी से शांति का आह्वान कर सकते हैं। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों को बताया कि हमलों में कम से कम 14 लोग मारे गए और 97 घायल हो गए।
इसके जवाब में रूस के राजदूत वसीली नेबेंज्या ने सीधे मिसाइल हमलों को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन यूक्रेनी क्षेत्रों पर कब्जा करने के मामले पर अपने देश का बचाव किया। उन्होंने कहा कि हम पर आरोप लगाया जा रहा है जब हम पूर्वी यूक्रेन में अपने भाइयों और बहनों की रक्षा करने, उनके जीवन का अधिकार और सबसे महत्वपूर्ण भाषा बोलने का अधिकार, अपने बच्चों को उनकी भाषा सिखाने का, उन नायकों का सम्मान करने की की कोशिश कर रहे हैं, जिन्होंने अपनी भूमि को फासीवाद से आजाद कराया।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता ने कहा कि महासभा सत्र से पहले संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने हमलों में हुई वृद्धि को गैरजरूरी बताया है। इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी रूस के हमलों की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि ये हमले पुतिन के 'अवैध युद्ध' की 'पूर्ण क्रूरता का प्रदर्शन' करते हैं। इधर, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में मॉस्को से जुड़े क्रीमिया में एक महत्वपूर्ण पुल को क्षतिग्रस्त किए जाने के बाद और भी अधिक गंभीर जवाबी कार्रवाई करने की बात कही थी।
वायु रक्षा पहली प्राथमिकता: यूक्रेन
इससे पहले रूस द्वारा यूक्रेन के शहरों पर बड़े पैमाने पर हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से बात की। इस दौरान जेलेंस्की ने कहा कि वाशिंगटन के साथ रक्षा सहयोग में हवाई सुरक्षा कीव की पहली प्राथमिकता है।
बाइडन और जेलेंस्की के बीच फोन पर यह बातचीत संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में यूक्रेन के चार शहरों पर रूस के कब्जा करने को लेकर रखे गए निंदा प्रस्ताव के मसौदे पर खुली बहस से कुछ समय पहले हुई। जेलेंस्की ने ट्वीट किया कि राष्ट्रपति के साथ बातचीत उपयोगी रही। वायु रक्षा वर्तमान में हमारे रक्षा सहयोग में नंबर 1 प्राथमिकता है। हमें जी 7 के सख्त रुख के साथ और हमारे संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रस्ताव के समर्थन के साथ अमेरिकी नेतृत्व की भी आवश्यकता है।