रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध (Russia Ukraine War) को 6 महीने से ज्यादा का वक्त हो चुका है. अब लगता है कि दोनों पक्ष इस युद्ध से थकने लगे हैं. इसी बीच युद्ध में अपडेट सामने आया है. यूक्रेन ने देश के पूर्वी हिस्से में रूसी सेना के खिलाफ जवाबी हमले में नई सफलता का दावा किया है. यूक्रेन का कहना है कि उसने रूसी सेना को पीछे धकेलकर एक बड़े गांव पर फिर से नियंत्रण हासिल कर लिया है, इस सफलता के बाद वे एक महत्वपूर्ण परिवहन जंक्शन की ओर बढ़ गए.
यूक्रेन सेना का जवाबी हमले का दावा
यूक्रेन की सेना ने दावा किया कि उसने रूसी पोंटून पुलों पर नए हमले शुरू किए हैं. रूसी सैनिक इन पोंटून पुलों का इस्तेमाल करके नीपर नदी के पार खेरसॉन और उसके आस-पास के क्षेत्र में सप्लाई लाइन को बहाल रखने के लिए करते थे. यूक्रेनी सेना की दक्षिणी कमान ने कहा कि उसकी तोपो और रॉकेट हमलों ने नदी के उस पार के सभी रूसी पुलों को अनुपयोगी बना दिया है.
इस बीच, यूक्रेन-रूस युद्ध की चपेट में आए यूरोप के सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा प्लांट जापोरिज्जिया पर खतरा बढ़ गया है. इस प्लांट और आसपास के क्षेत्रों में बार-बार गोलाबारी हुई है और इसके लिए रूस और यूक्रेन एक-दूसरे की सेना पर दोष मढ़ रहे हैं. रूसी सेना ने युद्ध की शुरुआत में ही इस प्लांट पर कब्जा जमा लिया था. हालांकि उसने प्लांट में काम कर रहे यूक्रेनी कर्मचारियो को बंदी नहीं बनाया और उन्हे पहले की तरह अपना काम करने दिया.
पावर प्लांट के लिए बड़ा खतरा
इस प्लांट को यूक्रेनी बिजली ग्रिड से जोड़ने वाली आखिरी बिजली लाइन सोमवार को काट दी गई थी और इसमें बिजली का बाहरी स्रोत नहीं रह गया था. प्लांट के 5 रिएक्टरों में से केवल एक से सुरक्षा प्रणालियों के लिए बिजली प्राप्त हुई, जिससे इसका संचालन हो रहा है. यूक्रेन के परमाणु ऊर्जा ऑपरेटर 'एनरगोएटम' ने शुक्रवार को कहा कि गोलाबारी के कारण बाहरी लाइनों की मरम्मत असंभव है.
'एनरगोएटम' के प्रमुख पेट्रो कोटिन ने शुक्रवार को यूक्रेनी टीवी को बताया, 'प्लांट से रूसियों की वापसी और इसके चारों ओर एक सुरक्षा क्षेत्र के निर्माण से जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा प्लांट में स्थिति सामान्य हो सकती है.' कोटिन ने बताया कि एकमात्र संचालित संयंत्र किसी भी समय पूरी तरह से बंद हो सकता है और इसके बाद बिजली का एकमात्र स्रोत डीजल जनरेटर होगा. उन्होंने कहा कि संयंत्र स्थल पर 20 जनरेटर हैं और 10 दिनों के लिए पर्याप्त डीजल ईंधन है.
ठप होने जा रहा सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा प्लांट
उन्होंने कहा कि इसके बाद, जनरेटर के लिए प्रतिदिन लगभग 200 टन डीजल ईंधन की आवश्यकता होगी, जिसकी आपूर्ति करना असंभव है. देश के दक्षिणी, पूर्वी और उत्तरी क्षेत्र में शुक्रवार को लड़ाई जारी रही. सुमी क्षेत्र के गवर्नर दिमित्रो लेवित्स्की ने कहा कि रूसी विमानों ने रूस से सटी सीमा पर स्थित वेलिका यसारिव्का शहर में एक अस्पताल पर बमबारी की. उन्होंने बताया कि हमले में इमारत नष्ट हो गई और कई लोग हताहत हुए. क्षेत्रीय गवर्नर ओलेह सिनीहुबोव के अनुसार, खार्कीव शहर में गोलाबारी में चार लोग मारे गए. शहर के मेयर इहोर तेरखोव ने कहा कि शुक्रवार दोपहर गोलाबारी जारी रही और इसमें 10 लोग घायल हो गए.
क्रेडिट : ज़ी न्यूज़