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भारतीय छात्रों के आवेदन
लंदन, पीटीआइ। भारत के 3,200 छात्रों के आवेदनों को ब्रिटेन के विश्वविद्यालय और उच्च शिक्षा पाठ्यक्रमों ने स्वीकार किया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 19 प्रतिशत अधिक है। विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में प्रवेश सेवा (यूसीएएस) द्वारा भारतीय छात्रों के स्वीकार के आंकड़े को मंगलवार को जारी किया गया, जब ब्रिटेन द्वारा भारत को यात्रा प्रतिबंध के तहत रेड लिस्ट से हटा दिया गया।
140 से अधिक विश्वविद्यालयों का प्रतिनिधित्व करने वाली यूनिवर्सिटी यूके इंटरनेशनल की निदेशक विविएन स्टर्न ने कहा कि गहम जानते है भारत को रेड लिस्ट से हटा कर एम्बर सूची में जाने से उन भारतीय छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण और स्वागत योग्य कदम होगा, जो जल्द ही यूके की यात्रा करेंगे। उन छात्रों को अपने विश्वविद्यालय के संपर्क में रहना चाहिए और एक एम्बर सूची के तहत आगमन की प्रक्रिया जाननी चाहिए। ब्रिटेन के विश्वविद्यालय में भारतीय छात्रों का गर्मजोशी से स्वागत करने की तैयारी की जा रही हैं।
भारत को रविवार के दिन रेड लिस्ट से हटा दिया गया था और एम्बर लिस्ट में डाल दिया गया था। एम्बर लिस्ट नियमों के तहत सभी टीकाकरण वाले यात्रियों को एक पता देना ने लिए अनिवार्य यात्री लोकेटर फॉर्म भरना होगा, जहां वह 10 दिनों तक खुद को क्वारंटाइन करेंगे। देश में आने वाले लोगों को कोरोना का नेगेटिव टेस्ट की रिपोर्ट दिखानी होगी। साथ ही उन लोगों का 2 दिन और 8 दिन पर एक कोविड-19 टेस्ट करना होगा।
लीसेस्टर विश्वविद्यालय की मुख्य विपणन और इंगेजमेंट अधिकारी केरी लॉ ने कहा कि हम इस खबर का स्वागत करते हैं कि हमारे सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय बाजारों में से एक भारत भी है, जिसे यूके की रेड सूची से हटा कर एम्बर सूची में डाल दिया गया है। एम्बर लिस्ट में जाना हमारे बड़ी संख्या में भारतीय छात्रों के लिए बहुत अच्छी खबर है।
एनआइएसएयू यूके की चेयरपर्सन सनम अरोड़ा ने कहा कि वह खुद भी यूसीएएस के माध्यम से पाठ्यक्रमों में स्वीकार किए गए भारतीय छात्रों की संख्या को देखकर रोमांचित हैं।
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