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ब्रिटेन के एक्सपर्टों का दावा- हर साल बच सकती है हजारों लोगों की जान, DNA टेस्ट की मदद से कैंसर का शुरू होने से पहले ही लग जाएगा पता

Renuka Sahu
4 Jun 2022 4:06 AM GMT
UK experts claim - thousands of lives can be saved every year, with the help of DNA test, cancer will be detected before it starts
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फाइल फोटो 

ब्रिटेन के एक स्टडी में पाया गया कि चार में से एक व्यक्ति ऐसे जीन के साथ पैदा होता है जो उनके कैंसर या घातक दिल से संबिधित समस्याओं के जोखिम को बढ़ाता है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ब्रिटेन (Britain) के एक स्टडी में पाया गया कि चार में से एक व्यक्ति ऐसे जीन के साथ पैदा होता है जो उनके कैंसर या घातक दिल से संबिधित समस्याओं के जोखिम को बढ़ाता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि एनएचएस क्लीनिक में मरीजों के पूरे डीएनए (DNA Test) को स्कैन करने से बीमारी के शुरू होने से बहुत पहले ही खतरे का पता चल सकता है और हर साल हजारों लोगों की जान बच सकती है. 'इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर रिसर्च' में अध्ययन कर रहे प्रोफेसर रोस ईल्स ने कहा, 'इससे स्वास्थ्य सेवा में एक क्रांति की शुरुआत हो सकती है.

बीमारी को जल्दी पकड़ने के लिए रेड फ्लैग्स वाले मरीजों को स्कैन या उनका अधिक बार परीक्षण किया जा सकता है. अध्ययन में शामिल एक महिला ने अपने उच्च कैंसर जोखिम का पता चलने के बाद अपने अंडाशय को भी हटा दिया था. इस पर प्रोफेसर ईल्स ने कहा, 'मरीजों को सशक्त बनाना बहुत अच्छा होगा. हमने एनएचएस इंग्लैंड से बात की है और हम इसे एनएचएस क्लीनिक में लाने की कोशिश कर रहे हैं.' वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि परीक्षण को तेज और आसान बनाकर प्रति व्यक्ति एक हजार पाउंड से भी कम का खर्च आएगा.
'जीनोमिक्स स्वास्थ्य सेवा का भविष्य बदल रहा है'
अमेरिकन सोसाइटी ऑफ क्लिनिकल ऑन्कोलॉजी सम्मेलन में उनके अध्ययन से पता चला कि लंदन जीपी में 102 में से 26 रोगियों में उच्च जोखिम वाले जीन म्यूटेशन थे. लगभग आधे परिवर्तन कैंसर से जुड़े थे और अन्य ने खून के थक्कों या दिल की लय में गड़बड़ी की संभावना को बढ़ा दिया. स्वास्थ्य सचिव साजिद जाविद ने कहा है कि जीनोमिक्स स्वास्थ्य सेवा का भविष्य बदल रहा है. उन्होंने कहा कि यह अध्ययन जीनोम सीक्वेंसिंग की क्षमता को दर्शाता है, जिससे जीवन बदलने वाली बीमारियों वाले रोगियों को भविष्य में उनके जीपी पर जाकर शुरुआती निदान प्राप्त करने में सक्षम बनाया जा सके.
10 में से छह लोगों में थे जोखिम भरे जीन
उन्होंने कहा कि इसमें कैंसर और दिल से संबंधित बीमारियों की पहचान और रोकथाम को बढ़ाकर लोगों की जान बचाने की क्षमता है. विशेषज्ञों ने 'कार्रवाई योग्य' लोगों को चुनने के लिए 566 जीन परिवर्तनों की लिस्ट से खोज की, जहां डॉक्टर अतिरिक्त परीक्षण या चिकित्सा सहायता के साथ जोखिम कम कर सकते हैं. अध्ययन में पता चला कि 10 में से छह लोगों में जोखिम भरे जीन थे जो उन्हें बीमार नहीं कर रहे थे, लेकिन उनके बच्चों को विरासत में मिल सकते थे. लंदन के डॉ माइकल सैंडबर्ग कहते हैं, 'हमें उम्मीद है कि हम कई जेनेटिक स्थितियों को भविष्य के बच्चों पर होने से रोक सकते हैं.'
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