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यूएई की 1 करोड़ की आबादी में 90 फीसदी विदेशी हैं।
कट्टर नियमों से अब धीरे-धीरे उदारवाद की ओर बढ़ रहे संयुक्त अरब अमीरात ने ऐलान किया है कि वह फिल्मों को लेकर लगाए गए सेंसरशिप को खत्म कर रहा है। यूएई 21 साल और उसके ऊपर के वयस्क लोगों के लिए फिल्मों की रेटिंग तय करने जा रहा है। 7 अमीरातों से मिलकर बना यूएई खाड़ी देशों के सबसे उदारवादी नियमों को मानने वाले देशों में शामिल है।
अब तक यूएई में फिल्मों में से एडल्ट सीन को काट दिया जाता था या उसे एडिट कर दिया जाता था। यूएई अब हाल के वर्षों में लगातार अपने नियमों को बदल रहा है और खुद को परंपरागत नियमों को मानने वाले इस इलाके में आधुनिक ताकत बना रहा है। यूएई के मीडिया नियामक प्राधिकरण ने ट्विटर पर कहा कि वह अपने मोशन पिक्चर कंटेंट के लिए 21+ उम्र सीमा रेटिंग लेकर आया है।
शुक्रवार को जूमे के दिन अब छुट्टी नहीं
प्राधिकरण ने कहा, 'इस वर्गीकरण के मुताबिक फिल्मों का अंतरराष्ट्रीय संस्करण सिनेमाघरों में दिखाया जाएगा लेकिन इसमें दर्शकों के प्रवेश के लिए कड़ाई से उम्र के वर्गीकरण का नियम लागू किया जाएगा।' पिछले साल ही यूएई ने सामाजिक उदारीकण के प्रयास के तहत कई कानूनों में बदलाव किया था। इसका मकसद अपनी प्रगतिशील छवि को बढ़ावा देना था।
इसमें अविवाहित कपल के लिए एक साथ रहने पर लगा प्रतिबंध हटा लिया गया था। यही नहीं शराब के इस्तेमाल पर लगे प्रतिबंधों में भी ढील दी गई थी। साथ ही लोगों को लंबे समय तक रहने की भी छूट दी जा रही है। इसी महीने ही यूएई ने ऐलान किया कि पश्चिमी देशों की तरह से ही शनिवार, रविवार को छुट्टी दी जाएगी। विशेषज्ञों का कहना है कि यूएई खाड़ी देशों में बढ़ती प्रतिस्पर्द्धा को देखते हुए ये छूट दे रहा है ताकि उसकी बढ़त बनी रहे। एक जनवरी 2022 से यूएई मुस्लिम जगत का पहला देश होगा जहां शुक्रवार को जूमे के दिन छुट्टी नहीं होगी। यूएई की 1 करोड़ की आबादी में 90 फीसदी विदेशी हैं।
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