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पाकिस्तान को पैसों की किल्लत इन शर्तों पर कर्ज देनें को राजी हुआ यूएई

Teja
29 Jun 2022 5:52 PM GMT
पाकिस्तान को पैसों की किल्लत इन शर्तों पर कर्ज देनें को राजी हुआ यूएई
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जनता से रिश्ता वेब डेस्क न्यूज़ :-विदेशी कर्ज में डूबा पाकिस्तान अब कर्ज के लिए अपनी सरकारी कंपनियों को भी दांव पर लगाने जा रहा है. पाकिस्तान संयुक्त अरब अमीरात से अरबों डॉलर के कर्ज के लिए ये सौदेबाजी करने वाला है. खाड़ी देशों ने पाकिस्तान की डूबती अर्थव्यवस्था को देखते हुए सीधे कर्ज देने से इनकार कर दिया है जिसके बाद पाकिस्तान सरकारी कंपनियों में यूएई को हिस्सेदारी देने के एक प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने वाला है. यूएई ने कर्ज देने के लिए ये शर्त रखी है कि वो कंपनियों में हिस्सेदारी के साथ-साथ हर कंपनी के बोर्ड में अपना एक सदस्य रखेगा.

पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने इस खबर को आधिकारिक सूत्रों के हवाले से छापा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर पाकिस्तान यूएई का ये प्रस्ताव स्वीकार लेता है तो नकदी की कमी से जूझती सरकार को बड़ी राहत मिल सकती है.चीन के कर्ज तले दबे पाकिस्तान को चीन ने भी बड़ी राहत दी है. चीन ने 27 जून से 23 जुलाई के बीच मैच्योर हो रहे 2 अरब डॉलर कर्ज के भुगतान को फिलहाल के लिए स्थगित कर दिया है. पाकिस्तान को अब चीन की तरफ से इस कर्ज के लिए अतिरिक्त समय दिया गया है.
सरकारी कंपनियों में स्थायी शेयर चाहता था यूएई
सूत्रों ने जानकारी दी कि यूएई ने पाकिस्तान की सरकारी कंपनियों में स्थायी शेयर की पेशकश की थी. लेकिन पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार ने इस बात से मना करते हुए कहा है कि अगर इस तरह का कोई सौदा होता है तो उसमें Buy Back का एक प्रावधान जोड़ा जाएगा. इसके तहत सरकार को एक निश्चित समय के बाद कंपनियों से यूएई की हिस्सेदारी को वापस खरीदने का अधिकार होगा.
यूएई दौरे में शहबाज शरीफ ने कर्ज के लिए किया था अनुरोध

पाकिस्तान ने भी अप्रैल के महीने में ही यूएई से अरबों डॉलर कर्ज की पेशकश की थी जिसके जवाब में यूएई की तरफ से ये प्रस्ताव आया है. शहबाज शरीफ अप्रैल में यूएई की यात्रा पर गए थे और इसी दौरान उन्होंने यूएई से बेलआउट पैकेज का अनुरोध किया था. सूत्रों ने बताया कि शहबाज शरीफ के अनुरोध के जवाब में, यूएई ने एक प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान भेजा था जो लाहौर में मई के पहले सप्ताह में शहबाज शरीफ से मिला था.

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