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हम यथासंभव अधिक से अधिक क्षमताओं को संरक्षित करना चाहते हैं.’
अफगानिस्तान में जारी चिंताजनक स्थिति के बीच अमेरिकी कांग्रेस के दो सदस्यों की यहां यात्रा करने की खबर सामने आई है. बताया जा रहा है कि वह जमीनी हालातों की जानकारी लेने के लिए बिना किसी को बताए और बिना किसी पूर्व सूचना के काबुल एयरपोर्ट पहुंच गए और कई घंटों तक वहीं रहे.
सेठ मौलटन और पीटर मीजर मंगलवार को चार्टर विमान से काबुल एयपोर्ट पर गए और वापस आए. उन्होंने कहा, "हमने ये यात्रा गुप्त रखी और वापस आने के बाद इस बारे में बताया ताकी जमीन पर काम कर रहे लोगों के लिए परेशानी कम हो." उन्होंने कहा, 'हम वहां जानकारी जुटाने के लिए गए थे." दोनों सासंद पूर्व में सेना में रह चुके हैं और अपनी सेवाएं दे चुके हैं.
'लोगों को समय पर बाहर निकालना नामुमकिन'
दोनों सांसदों ने एक संयुक्त बयाने में कहा, " जमीन पर काम करे कमांडरों और मौजूदा स्थिति को देखकर ये साफ है कि हम कुछ भी कर लें, सभी लोगों को समय पर बाहर नहीं निकाल सकते क्योंकि हमने ये अभियान काफी देर से शुरू किया."
वहीं उनकी इस यात्रा को लेकर अधिकारियों ने शिकायत की है कि दोनों द्वारा इस्तेमाल की गई सीटों का इस्तेमाल अन्य अमेरिकी या देश से निकलने वाले अन्य लोग कर सकते थे. हालांकि कांग्रेस सदस्यों ने कहा है कि उन्होंने वापस आने के लिए उस फ्लाइट का इस्तेमाल किया जिसमें सीटें खाली थीं.
वहीं अधिकारियों ने कहा है कि विदेश विभाग, रक्षा विभाग और वाइट हाउस इस यात्रा नाखुश थे क्योंकि यह निकाली का निर्देश देने वाले राजनयिकों और सैन्य कमांडरों के समन्वय के बिना किया गया था.
88 हजार लोगों को निकाला जा चुका है बाहर
वहीं अमेरिकी सेना ने अफगानिस्तान से लोगों को निकालने के लिए अपना रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया है. पेंटागन स्थिति अमेरिकी रक्षा विभाग ने बुधवार को कहा कि अफगानिस्तान से पिछले 24 घंटे में 19 हजार लोगों को एयरलिफ्ट किया गया है. अमेरिकी सेना के मेजर जनरल विलियम हैंक टेलर ने कहा कि अफगानिस्तान में तालिबानी कब्जे के बाद से अब तक काबुल से 88 हजार लोगों को निकाला जा चुका है.
मेजर जनरल विलियम हैंक टेलर ने कहा कि हमारे मिशन में कोई बदलाव नहीं हुआ है. हम इस समय राष्ट्रपति और अमेरिकी रक्षा सचिव के आदेशों का पालन कर रहे हैं. पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने वापसी और निकासी के मिशन की रूपरेखा तैयार करने के लिए काफी संघर्ष किया है. साथ ही निकासी के अंतिम दिनों की योजना पर भी काफी काम किया है. जॉन किर्बी ने कहा, 'हमें अमेरिकी सैन्य संसाधनों-सैनिकों और उपकरणों को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है. हम यथासंभव अधिक से अधिक क्षमताओं को संरक्षित करना चाहते हैं.'
Neha Dani
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