कामनवेल्थ गेम्स की समाप्ति के बाद से बर्मिंघम में दो पाकिस्तानी मुक्केबाज लापता हो गए। राष्ट्रीय महासंघ ने बुधवार को यह जानकारी दी। पाकिस्तानी मुक्केबाजी महासंघ (पीबीएफ) के सचिव नासिर तांग ने इस खबर की पुष्टि की कि मुक्केबाज सुलेमान बलूच और नजीरुल्लाह टीम के इस्लामाबाद रवाना होने से कुछ घंटे पहले गायब हो गए।
बर्मिंघम कामनवेल्थ गेम्स का समापन सोमवार को हुआ। तांग ने कहा, 'उनके पासपोर्ट सहित यात्रा दस्तावेज अभी भी महासंघ के उन अधिकारियों के पास हैं जो मुक्केबाजी टीम के साथ खेलों में गए थे।' समाचार एजेंसी एएनआइ ने एक रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि कामनवेल्थ गेम्स में शामिल होने गया पाकिस्तानी दल अब लापता मुक्केबाजों के बिना स्वदेश के लिए रवाना हो गया है।
पाकिस्तानी अधिकारियों ने अब लापता मुक्केबाजों का पता लगाने के लिए इंग्लैंड सरकार से संपर्क किया है। खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान ओलंपिक एसोसिएशन (पीओए) ने मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। पाकिस्तानी अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया कि लापता हुए दोनों मुक्केबाज मंगलवार को नाश्ते पर अपने साथियों से मिले थे।
जिसके बाद एथलीटों द्वारा एक निश्चित समय पर कोच को रिपोर्ट नहीं करने के बाद, अधिकारियों ने उनके कमरों के ताले तोड़े। जिसके बाद सामने आया कि उनका सामान कमरे के अंदर था, लेकिन खिलाड़ी गायब थे। यह खबर ऐसे वक्त में आई है जब संकटग्रस्त श्रीलंकाई दल के कई सदस्य बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों से अचानक गायब हो गए थे। हालांकि बाद में पुलिस ने उनमें से तीन का पता लगा लिया। बता दें, श्रीलंका इन दिनों अभूतपूर्व आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। वहीं, पाकिस्तान के हालात भी श्रीलंका से कुछ खास बेहतर नहीं हैं। पाक पर भी अंतराष्ट्रीय कर्ज बढ़ता जा रहा है और महंगाई आसमान छू रही है। साथ ही देश में फैले राजनीतिक गतिरोध ने भी उथपुथल मचाई हुई है।