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दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग मजबूत करने पर जोर, वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया की यात्रा रही महत्वपूर्ण

Tulsi Rao
29 Jun 2021 5:04 PM GMT
दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग मजबूत करने पर जोर, वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया की यात्रा रही महत्वपूर्ण
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भारतीय वायुसेना ने कहा कि यह अवसर पहली बार भी है जब किसी विदेशी प्रमुख को मुख्य अतिथि के रूप में परेड की समीक्षा के लिए आमंत्रित किया गया. भदौरिया ने ढाका में भारत के उच्चायुक्त विक्रम के दोरईस्वामी से भी बातचीत की.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने व्यापक द्विपक्षीय रक्षा सहयोग का विस्तार करने के लिए ढाका में बांग्लादेश के शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ विस्तृत बातचीत की है. भारतीय वायुसेना (IAF) ने बांग्लादेश की मुक्ति के लिए 1971 के युद्ध में ऐतिहासिक जीत की स्वर्ण जयंती पर वायुसेना प्रमुख की यात्रा को "अत्यधिक महत्वपूर्ण" बताया है.

भारतीय वायुसेना ने कहा, "बांग्लादेश की मुक्ति के लिए 1971 के युद्ध में ऐतिहासिक जीत की स्वर्ण जयंती के मद्देनजर दो दिवसीय यात्रा बेहद महत्वपूर्ण थी. यह अवसर पहली बार भी है जब किसी विदेशी प्रमुख को मुख्य अतिथि के रूप में परेड की समीक्षा के लिए आमंत्रित किया गया. इससे भारत और बांग्लादेश और उनके सशस्त्र बलों के बीच दोस्ती और विश्वास के मजबूत बंधन की दोबारा पुष्टि हुई है."

एयर चीफ मार्शल भदौरिया अपने बांग्लादेशी समकक्ष एयर मार्शल शेख अब्दुल हन्नान के निमंत्रण पर जशोर में बांग्लादेश वायुसेना अकादमी (BAFA) में पासिंग आउट परेड और कमीशनिंग समारोह की समीक्षा के लिए सोमवार से पड़ोसी देश की दो दिवसीय यात्रा पर थे. समारोह का आयोजन 'राष्ट्रपति परेड 2021' के अवसर पर किया गया.

दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग मजबूत करने पर जोर- वायुसेना

वायुसेना प्रमुख की बांग्लादेश यात्रा सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे की इस देश की यात्रा के दो महीने बाद हुई. अधिकारियों ने कहा कि एयर चीफ मार्शल भदौरिया ने बांग्लादेश वायुसेना के प्रमुख के साथ-साथ सेना प्रमुख और सशस्त्र बल प्रभाग के प्रिंसिपल स्टाफ आफिसर के साथ चर्चा की.

वायुसेना ने कहा कि वार्ता का जोर दोनों देशों के बीच व्यापक रक्षा सहयोग को और मजबूत करने पर था. भदौरिया ने ढाका में भारत के उच्चायुक्त विक्रम के दोरईस्वामी से भी बातचीत की.

कोरोना वायरस महामारी के बावजूद पिछले छह महीनों में दोनों देशों की ओर से कई यात्राएं हुई हैं. वर्ष 2021 में बांग्लादेश की मुक्ति की 50वीं वर्षगांठ और देश के पहले राष्ट्रपति बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी भी है.

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