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इस बीच पाकिस्तानी सांसद मौलाना चित्राली ने इमरान सरकार से कहा कि इजरायल के खिलाफ जिहाद एकमात्र उपाय है।
फलस्तीन पर इजरायली हमले के बीच पाकिस्तान अपने आका तुर्की के साथ मिलकर षडयंत्र रचने में जुट गया है। पाकिस्तानी विदेश मंत्री फलस्तीन का बहाना लेकर तुर्की पहुंच गए हैं और उन्होंने मुस्लिम देशों का खलीफा बनने का सपना देख रहे राष्ट्रपति रेसेप तैय्यप एर्दोगान से मुलाकात की है। इस बीच पाकिस्तानी सांसद मौलाना चित्राली ने इमरान सरकार से कहा कि इजरायल के खिलाफ जिहाद एकमात्र उपाय है।
Member national assembly Maulana Chitrali says jihad against Israel is the only option for Pakistan. "We made atom bomb to showcase it in the museum? We don't need missiles, atomic bombs or a huge army if they can't be used to liberate Palestine and Kashmir." pic.twitter.com/TDOVbi2zZY
— Naila Inayat (@nailainayat) May 18, 2021
मौलाना चित्राली ने संसद में दिए अपने भाषण में कहा कि फलस्तीन और कश्मीर की आजादी के लिए सरकार परमाणु बम और मिसाइलों का इस्तेमाल करने से नहीं हिचके। चित्राली ने कहा, 'हमने परमाणु बम क्या म्यूजियम में देखने के लिए बनाए हैं? अगर हम फलस्तीन और कश्मीर का स्वतंत्र नहीं करा सकते हैं तो हमें मिसाइल, परमाणु बम या विशाल सेना की कोई जरूरत नहीं है।'
फलस्तीन पर हमला, पाकिस्तान-तुर्की को दिखा मौका
दरअसल, फलस्तीन पर इजरायल के हमले को पाकिस्तान और तुर्की दोनों ही एक मौके के रूप में ले रहे हैं। कंगाली से जूझ रहे पाकिस्तान ने अब फलस्तीन कोरोना सहायता भेजने का भी ऐलान किया है। तुर्की और पाकिस्तान को उम्मीद है कि इसके जरिए वे दुनियाभर के मुस्लिमों की सहानुभूति हासिल कर सकेंगे। साथ ही खुद ही मुस्लिमों का नेता साबित कर सकेंगे।
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