अंकारा। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने कहा है कि तुर्की और रूस ने अपने संबंधित अधिकारियों को रूस के प्रस्ताव पर तत्काल तकनीकी अध्ययन शुरू करने के लिए निर्देश दिया है। मालूम हो कि रूस ने तुर्की को यूरोप के लिए गैस निर्यात के लिए हब बनने का प्रस्ताव दिया था। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और राष्ट्रपति एर्दोगन ने कजाकिस्तान में मुलाकात की थी, उसी दौरान उन्होंने तुर्की के राष्ट्रपति के समक्ष यह प्रस्ताव रखा था।
राष्ट्रपति पुतिन ने बाल्टिक सागर की नार्ड स्ट्रीम पाइपलाइन (Baltic Sea's Nord Stream pipeline) के माध्यम से जर्मनी को दी जा रही गैस की सप्लाई रुकने के बाद तुर्की को काला सागर के नीचे चलने वाली तुर्क स्ट्रीम गैस पाइपलाइन के माध्यम से यूरोप को गैस की सप्लाई करने का प्रस्ताव रखा था।
एर्दोगन ने कहा कि रूसी और तुर्की ऊर्जा प्रधिकरण (Russian and Turkish energy authorities) गैस वितरण केंद्र के लिए सबसे बेहतर स्थान को नामित करने के लिए एक साथ मिलकर काम करेंगे। उन्होंने बताया कि ग्रीस और बुल्गारिया की सीमा पर तुर्की का थ्रेस वाला इलाका इसके लिए सबसे बढ़िया स्थान दिखाइ पड़ता है।
एर्दोगन ने कहा , 'हम राष्ट्रपति पुतिन के साथ मिलकर इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाएंगे। हमने ऊर्जा और प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय को रूस के संबंधित मंत्रालय के साथ मिलकर काम करने का निर्देश दिया है।' उन्होंने आगे बताया कि दोनों देश मिलकर एक साथ इसपर अध्ययन करेंगे। तुर्की में इसके लिए जहां भी सबसे बेहतर स्थान होगा, वहीं पर इसका वितरण केंद्र स्थापित किया जाएगा।