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विश्व निकाय के शांतिरक्षण मिशनों में भारत की महिलाओं और पुरुषों की अग्रणी एवं प्रेरणादयी भूमिका के प्रति सम्मान जताते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने उनके साहस को सलाम किया है।
विश्व निकाय के शांतिरक्षण मिशनों में भारत की महिलाओं और पुरुषों की अग्रणी एवं प्रेरणादयी भूमिका के प्रति सम्मान जताते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने उनके साहस को सलाम किया है। उन्होंने कहा, लगातार मुश्किल हो रहे संघर्ष क्षेत्रों में आम लोगों की रक्षा करने और वैश्विक शांति व सुरक्षा में उनका पराक्रम सलामी के योग्य है।
टीएस तिरुमूर्ति ने अंतरराष्ट्रीय संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर भारत के दिवंगत शांतिरक्षकों को दी गई श्रद्धांजलि में कहा, मैं संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षकों में सेवा देने वाले महिला-पुरुषों को सम्मानित करना चाहता हूं और उन्हें सलाम करता हूं। यूएन ने एक समारोह के साथ विश्व शांतिरक्षक दिवस मनाया जिसमें महासचिव एंतोनियो गुटेरस ने संयुक्त राष्ट्र के दिवंगत शांतिरक्षकों को पुष्पचक्र अर्पित किया और ऑनलाइन समारोह की अध्यक्षता की।
इस दौरान सैन्य, पुलिस एवं असैन्य कर्मियों को मरणोपरांत प्रतिष्ठित डाग हैमरशूल्ड मैडल 129 सम्मान दिया गया। इन लोगों ने यूएन की सेवा के दौरान जीवन का बलिदान दिया था। अपने वीडियो संदेश में, तिरुमूर्ति ने भारत के 170 से अधिक शांतिरक्षकों के बलिदान को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने पिछले सात दशक में संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षण मिशनों में बलिदान दिया।
भारत के तीन लोगों को सम्मान
भारत से कोरपोरल युवराज सिंह को सम्मानित किया गया, जिन्होंने दक्षिण सूडान में यूएन मिशन (यूएनएमआईएसएस) में सेवा दी थी। उनके अलावा दो असैन्य भारतीय शांतिरक्षकों इवान माइकल पिकार्डो और इराक में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन (यूनामी) के लिए काम करने वाले मूलचंद यादव को ड्यूटी के दौरान उनके बलिदान एवं साहस के लिए डाग हैमरशूल्ड मैडल से मरणोपरांत सम्मानित किया गया।
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