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ट्रम्प जाते-जाते फिर से नॉर्थ कोरिया के तानाशाह से बढ़ाना चाहते हैं दोस्‍ती का हाथ

Gulabi
10 Dec 2020 11:06 AM GMT
ट्रम्प जाते-जाते फिर से नॉर्थ कोरिया के तानाशाह से बढ़ाना चाहते हैं दोस्‍ती का हाथ
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अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप जाते-जाते फिर से नॉर्थ कोरियाई शासक किम जोंग उन की ओर दोस्‍ती का हाथ बढ़ाना चाहते हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप (US President Donald Trump) जाते-जाते फिर से नॉर्थ कोरियाई (North Korea) शासक किम जोंग उन की ओर दोस्‍ती का हाथ बढ़ाना चाहते हैं.

ट्रंप ने तानाशाह समझे जाने वाले किम जोंग (Kim Jong Un) से अपने कार्यकाल में दो बार मुलाकात की. मगर पिछले कुछ समय से दोनों देशों के बीच हुई नई शुरुआत फिर से थम गई. अब जानकारी मिली है कि राष्‍ट्रपति ट्रंप ने अपने प्रशासन को किम जोंग को मनाने का जिम्‍मा सौंपा है. अमेरिका के उप विदेश मंत्री स्‍टीफन बीगन (Stephen Biegun) ने भी कहा है कि वह प्‍योंगयांग के साथ संबंधों को अच्‍छा करना चाहते हैं.


हाल ही में अमेरिकी विदेश मंत्री साउथ कोरिया (South Korea) गए थे. सियोल (Seoul) में उन्‍होंने अपने एक भाषण में यह संकेत दिए हैं कि जो बाइडेन के शासन में भी प्‍योंगयांग के साथ रिश्‍ते अच्‍छे करने पर जोर दिया जाएगा. उन्‍होंने विश्‍वास जताया कि पुराने दुश्‍मनों में फिर से दोस्‍ती हो सकती है. हालांकि उन्‍होंने यह भी स्‍वीकार किया कि कोशिशों के बावजूद अभी तक इसमें सफलता नहीं मिली है.

कोशिशों के सफल न होने से निराश
बीगन ने एशियन इंस्‍टीट्यूट रिसर्च सेंटर में कहा था, 'आप सोच रहे होंगे कि दो साल की कोशिशों के बावजूद भी सफलता नहीं मिलने से मैं दुखी हूं या नहीं. हां मैं निराश हूं. दुख की बात यह है कि हमारे नॉर्थ कोरियाई साथी पिछले दो साल से सिर्फ बातचीत में अड़ंगे अड़ाने की कोशिशों में ही जुटे हैं. वो यही रास्‍ते ढूंढते रहते हैं कि कैसे बातचीत को मुश्किल बनाया जाए.'
नॉर्थ कोरिया के परमाणु हथियार अमेरिकी विदेश नीति के लिए बड़ा सिरदर्द है. नए राष्‍ट्रपति जो बाइडेन के लिए भी यह काफी चुनौतीपूर्ण होने वाला है. कई दौर की बातचीत और तमाम तरह के प्रतिबंधों के बावजूद नॉर्थ कोरिया ने अपने परमाणु कार्यक्रम बंद नहीं किए और चोरी छिपे उन्‍हें जारी रखा.

दोनों ओर से होनी चाहिए पहल
बीगन सियोल की चार दिन की ट्रिप पर थे. अगले महीने मंत्रालय छोड़ने वाले बीगन ने किम जोंग उन से फिर से बातचीत की पेशकश की है. उन्‍होंने स्‍पष्‍ट किया कि हम सिर्फ प्‍योंगयांग की ओर से ही पहल का इंतजार नहीं कर रहे हैं. उन्‍होंने कहा, 'हम ऐसा नहीं चाहते कि सब कुछ नॉर्थ कोरिया ही करे. हम भी पहल करने के लिए तैयार हैं. हम दोनों को एक रोड मैप बनाना होगा और यह तय करना होगा कि इस पर कहां तक आगे बढ़ सकते हैं.'

दो बार हुई ट्रंप और किम जोंग की मुलाकात
आपसी दुश्‍मनी को खत्‍म करने के लिए अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप और नॉर्थ कोरियाई शासक ने दो बार मुलाकात की. जून 2018 में दोनों राष्‍ट्राध्‍यक्ष सिंगापुर में मिले. इसके बाद 2019 में भी वियतनाम के हनोई में दोनों की मुलाकात हुई. इसी दौरान नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया भी दुश्‍मनी भूलकर मिले. मगर यह कोशिशें ज्‍यादा रंग नहीं लाई.


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