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ड्राइवरों की कमी का यह संकट आखिर में उपभोक्ताओं के लिए ही कीमतों में बढ़ोतरी को जन्म देगा.
आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत के अंदर जितना पैसा तो पढ़े-लिखे इंजीनियर-डॉक्टर नहीं कमाते उससे ज्यादा तो एक देश में ट्रक ड्राइवर कमा लेते हैं. आपको बता दें कि ब्रिटेन के सुपरमार्केट में ट्रक ड्राइवरों को सामान डिलीवरी करने के 70,000 पाउंड (70,88,515 रुपये) वार्षिक सैलरी दी जा रही है. इतना ही नहीं उन्हें 2000 पाउंड यानी की लगभग 2,02,612 रुपये का बोनस भी दिया जाएगा.
ड्राइवरों को क्यों मिल रही है इतनी सैलरी?
टेस्को (Tesco) और सेन्सबरी (Sainsbury's) जैसी कंपनियों के रिक्रूटर्स ट्रक ड्राइवरों को अच्छी खासी सैलरी ऑफर कर रहे हैं क्योंकि वहां राष्ट्रीय स्तर पर 100,000 ड्राइवरों की कमी है. इसलिए अनुभवी ड्राइवरों को सुपरमार्केट के स्टॉक को बनाए रखने के लिए उनकी सेवाओं के बदले लाखों रुपये वेतन वृद्धि का लालच दिया जा रहा है.
2 साल के कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने के आ रहे ऑफर
17 सालों से ट्रक चला रहे बैरी नाम के एक ट्रक चालक ने दावा किया कि उसे एजेंटों द्वारा दो साल के अनुबंध पर 2,000 पाउंड के बोनस पेपर पर हस्ताक्षर करने के लिए संपर्क किया गया था. उन्होंने कहा कि उन्हें सप्ताह में पांच रात की ड्यूटी की पेशकश की गई थी, जिसमें शनिवार के लिए डेढ़ गुना और रविवार के लिए दोगुना भुगतान किया गया था. और तो और उन्होंने ये भी बताया कि 'इस बिजनेस में, यह वेतन बेहद चौंकाने वाला है, मेरे बॉस भी इतना नहीं कमाते हैं.' उन्होंने बताया कि फिलहाल कंपनियां वीकेंड पर सुपरमार्केट के लिए डिलीवरी ड्राइवरों की तलाश कर रही हैं और पैसा उन कंपनियों के लिए कोई मायने नहीं रखता है.
अगर ड्राइवर नहीं मिले तो होगी सामानों की कीमतों में बढ़ोतरी
बैरी ने कहा कि जिस एजेंसी ने उन्हें नौकरी की पेशकश की थी, उनमें सेन्सबरी और टेस्को शामिल थे. जुलाई में टेस्को सितंबर के अंत से पहले कंपनी में शामिल होने वाले लॉरी ड्राइवरों को 1,000 यूरो बोनस की पेशकश कर रहा था. हालांकि इस मामले पर फेडरेशन ऑफ होलसेल डिस्ट्रीब्यूटर्स के मुख्य कार्यकारी जेम्स बीएलबी ने चेतावनी दी कि ड्राइवरों की कमी का यह संकट आखिर में उपभोक्ताओं के लिए ही कीमतों में बढ़ोतरी को जन्म देगा.
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