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इनसे बाहर निकलने वाली ऊर्जा बाहर निकलने के लिए रास्ते की तलाश करती है. जब ये ऊर्जा बाहर निकलती है तो ये भूकंप का कारण बनती है
न्यूजीलैंड (New Zealand) एक बार फिर भूकंप (Earthquake) के तेज झटकों से हिल गया है. शनिवार को देश के उत्तरी द्वीप धरती के कंपन से हिल गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.4 रही. न्यूजीलैंड में शुक्रवार को भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिसके बाद सुनामी (Tsunami) की चेतावनी जारी कर दी गई. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (US Geological Survey) ने इसकी जानकारी दी है. वहीं, भूकंप के चलते किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है. आज आए भूकंप के झटकों को लेकर सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की गई है.
भूकंप के ये झटके स्थानीय समय के मुताबिक देर रात 12.16 बजे महसूस किए गए. इसका केंद्र उत्तरपूर्व में स्थित शहर गिसबोर्न (Gisborne) से 181 किलोमीटर दूर जमीन के नौ किलोमीटर अंदर था. भूकंप के झटकों के बाद किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. वहीं, अभी तक किसी भी इमारत या घर को नुकसान पहुंचने की जानकरी भी नहीं मिली है. दूसरी ओर, सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की गई है. गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से न्यूजीलैंड में भूकंप के तेज झटके महसूस किए जा रहे हैं.
तीन बार आए भूकंप के झटकों से हिला न्यूजीलैंड
न्यूजीलैंड में गुरुवार देर रात 8.1 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया. दरअसल न्यूजीलैंड के करमाडेक द्वीप (Kermadec Islands) पर भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 8.1 रही. भूकंप के इस झटके के बाद न्यूजीलैंड में सुनामी (Tsunami) की चेतावनी जारी की गई थी. इस दौरान लोग घरों से बाहर निकलकर भागने लगे. कुल मिलाकर तीन बार आए भूकंप ने न्यूजीलैंड वासियों की चिंताएं बढ़ा दी. भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई.
तीन मीटर तक लहरें उठने की दी गई थी चेतावनी
वहीं, अधिकारियों ने सुरक्षा के मद्देनजर तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों से कहा कि वह अपने घरों को छोड़कर किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाए, क्योंकि यहां सुनामी का खतरा है. हालांकि, तीन मीटर तक लहरे उठने को लेकर जो चेतावनी जारी की गई थी, उसका असर देखने को नहीं मिला. तटीय इलाकों में लहरों की ऊंचाई तो बढ़ी, लेकिन इसका स्तर खतरनाक नहीं था. दूसरी ओर अधिकारियों ने अभी भी चेतावनी दी है कि लोग तटीय क्षेत्र और बीच से दूर रहें.
भूकंप क्यों आते हैं ?
धरती के भीतर मौजूद सात प्लेट्स घूम रही होती हैं. इन प्लेट्स का जहां जहां टकराव होता है, उसे फॉल्ट लाइन जोन कहा जाता है. इनके टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ने लगते हैं, जिस कारण दबाव बनने लगता है. इसके चलते प्लेट्स टूटने लगती हैं और इनसे बाहर निकलने वाली ऊर्जा बाहर निकलने के लिए रास्ते की तलाश करती है. जब ये ऊर्जा बाहर निकलती है तो ये भूकंप का कारण बनती है
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