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अब तक दुनिया के 90 से ज्यादा देशों में फैला ओमिक्रॉन, नीदरलैंड में लॉकडाउन, जर्मनी-फ्रांस में बचाव के लिए सख्ती शुरू

Renuka Sahu
21 Dec 2021 3:44 AM GMT
अब तक दुनिया के 90 से ज्यादा देशों में फैला ओमिक्रॉन, नीदरलैंड में लॉकडाउन, जर्मनी-फ्रांस में  बचाव के लिए सख्ती शुरू
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फाइल फोटो 

कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से दुनिया दहशत में है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना वायरस (Coronavirus cases in Europe) के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron Variant) से दुनिया दहशत में है.24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में मिला ओमिक्रॉन अब तक 90 से ज्यादा देशों में फैल चुका है. कई यूरोपीय देशों, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और यूके में केसेज फिर से रफ्तार पकड़ने लगे हैं. ब्रिटेन में रोजाना कोरोना के रिकॉर्ड नए मरीज सामने आ रहे हैं. इस बीच यूरोपीय देशों में सख्ती और नीदरलैंड ने लॉकडाउन (Lockdown) लागू हो गया है. संभावना है कि ब्रिटेन में क्रिसमस के बाद दो सप्ताह का लॉकडाउन लगाया जाएगा. जबकि जर्मनी और फ्रांस ने भी इस वैरिएंट से बचाव के लिए सख्ती शुरू कर दी है.

इजराइल ने यात्रा प्रतिबंध सूची में 10 देशों को जोड़ा
इजराइल ने सोमवार को ओमिक्रॉन वेरिएंट के प्रसार को देखते हुए अमेरिका, कनाडा और जर्मनी समेत 10 देशों को अपनी नो-फ्लाई सूची में जोड़ते हुए यात्रा प्रतिबंध लगा दिए हैं. इस संबंध में देश के भीतर 175 लोगों के ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित होने का हवाला दिया गया.
यात्रा प्रतिबंध की सूची में शामिल अन्य देश बेल्जियम, कनाडा, जर्मनी, हंगरी, इटली, मोरक्को, पुर्तगाल, स्विट्जरलैंड और तुर्की हैं. इसके साथ ही अमेरिका उन यूरोपीय देशों और अन्य देशों की सूची में शामिल हो गया है, जहां इजराइली नागरिकों के यात्रा करने पर पाबंदी है. इन देशों से आने वाले यात्रियों को आइसोलेशन में रहना होगा.
अफ्रीका में 91.55 पार हुए कोरोना मामले
अफ्रीकी सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (अफ्रीका सीडीसी) ने कहा है कि क्षेत्र में कोविड-19 के मामले 91.55 लाख तक हो गए हैं, जबकि महाद्वीप में मरने वालों की संख्या 2.25 लाख तक हो गई है. अफ्रीका सीडीसी ने कहा, दक्षिण अफ्रीका, मोरक्को, ट्यूनीशिया और इथियोपिया इस महाद्वीप पर सबसे ज्यादा मामले वाले देशों में से हैं.
बूस्टर खुराक की अवधि घटाने पर विचार
ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमण में नई उछाल को रोकने के लिए कई देश कोविड-19 की बूस्टर खुराक का प्रतीक्षा समय छह माह से घटाकर तीन माह करने पर विचार कर रहे हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि यह संस्करण कोरोना के डेल्टा स्वरूप से भी ज्यादा तेजी से फैल रहा है. ऐसे में जल्द ही बूस्टर खुराक देने से सुरक्षा का स्तर बढ़ाया जा सकता है. स्पेन और लिथुआनिया ने बुजुर्गों या कमजोर लोगों के लिए बूस्टर डोज की पेशकश कर दी है. डब्ल्यूएचओ ने भी कहा है कि इस काम में तेजी लाना होगी. (
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