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बीजिंग: तिब्बत के पहले "पावर स्काईवे" के नाम से मशहूर छिंगहाई-तिब्बत इंटरकनेक्शन परियोजना की डीसी विस्तार परियोजना का निर्माण शुरू हो गया है। यह पहले से ही चालू डीसी ट्रांसमिशन परियोजना पर आधारित चीन की पहली विस्तार परियोजना है।
दिसंबर 2011 में पूरी हुई छिंगहाई-तिब्बत इंटरकनेक्शन परियोजना परिचालन में आ गई। यह दुनिया में समुद्र सतह से सबसे अधिक ऊंचाई पर निर्मित, पर्माफ्रॉस्ट पर सबसे लंबी माइलेज वाली डीसी पावर ट्रांसमिशन परियोजना है, जो तिब्बती पावर ग्रिड को पहली बार राष्ट्रीय बड़े पावर ग्रिड के साथ इंटरकनेक्शन हासिल करने में सक्षम बनाती है।
बताया गया है कि छिंगहाई-तिब्बत डीसी विस्तार परियोजना में कुल निवेश 2 अरब 60 करोड़ 30 लाख युआन है। पूरी परियोजना की उच्चतम ऊंचाई 4,511 मीटर है, और अत्यधिक न्यूनतम तापमान शून्य से 41.2 डिग्री सेल्सियस नीचे तक पहुंच जाता है।
निर्माण अवधि के दौरान, जटिल प्राकृतिक वातावरण, तंग कार्यक्रम और कठिन निर्माण जैसी कठिनाइयों का सामना करने की उम्मीद है। यह भी बताया गया है कि परियोजना का निर्माण पूरा होने के बाद, डीसी ट्रांसमिशन क्षमता मौजूदा 6 लाख किलोवाट से बढ़कर 12 लाख किलोवाट हो जाएगी, जो तिब्बत में उच्च गुणवत्ता वाले आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए बिजली की मांग को सुनिश्चित और पूरा करेगी।
बता दें कि तिब्बत ने साल 2015 में पहली बार छिंगहाई-तिब्बत इंटरकनेक्शन परियोजना के माध्यम से तिब्बत से देश के भीतर अन्य इलाकों तक बिजली ट्रांसमिशन को साकार किया था। अप्रैल 2024 के अंत तक, इस परियोजना ने संचयी रूप से दोनों दिशाओं में 20 अरब किलोवाट प्रति घंटे से अधिक विद्युत ऊर्जा प्रसारित की है, जो कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को लगभग 1 करोड़ 58 लाख 70 हज़ार टन कम करने के बराबर है।
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