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तीन जासूसी एजेंसियों की Amazon से डील, अब दुश्‍मनों को खोजना होगा और भी आसान

Neha Dani
27 Oct 2021 2:06 AM GMT
तीन जासूसी एजेंसियों की Amazon से डील, अब दुश्‍मनों को खोजना होगा और भी आसान
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एक सम्मेलन में बताया कि पिछले साल की तुलना में 2021 में पूरे ब्रिटेन में रैंसमवेयर अटैक की संख्या दोगुनी हो गई है.

नई दिल्ली: ब्रिटेन की तीन जासूसी एजेंसियों ने Amazon के क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म, AWS के साथ एक एग्रीमेंट साइन किया है. इस डील का उद्देश्य जासूसी गतिविधियों के लिए डेटा विश्लेषण और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के उपयोग को और सुविधाजनक बनाना है. इस डील के जरिए 'टॉप सीक्रेट डेटा' जासूसी के लिए होस्ट किया जाएगा.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से होगी जासूसी
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक जीसीएचक्यू (GCHQ) ने हाई सिक्योरिटी क्लाउड की खरीद के लिए यह सौदा किया है, जिसका इस्तेमाल MI5 और MI6 व अन्य सरकारी विभागों द्वारा जॉइंट ऑपरेशन के दौरान किया जाएगा. इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का अंदाजा है कि यह सौदा 500 पाउंड से 1 बिलियन पाउंड का होगा. यह डील UK की खुफिया एजेंसियों के लिए डेटा एनालिटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग को बढ़ावा देगी.
ब्रिटेन में होगा डेटा स्टोर
रिपोर्ट के मुताबिक इस साल AWS, Amazon.com इंक की क्लाउड सर्विस यूनिट के साथ डील साइन की गई थी. इस डील के तहत सभी एजेंसियों का डेटा ब्रिटेन में स्टोर किया जाएगा. फरवरी में, ब्रिटेन के साइबर जासूसों ने कहा था कि चाइल्ड अब्यूज करने वालों को पकड़ने के लिए वैश्विक डेटा पैटर्न को उजागर करने के लिए एआई को पूरी तरह से अपनाया जा रहा है.
बढ़ रहे रैंसमवेयर अटैक
जीसीएचक्यू वर्षों से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बुनियादी रूपों का उपयोग कर रहा है, लेकिन अब इसका उपयोग बढ़ा रहा है. इससे पहले सोमवार को जीसीएचक्यू के निदेशक जेरेमी फ्लेमिंग ने एक सम्मेलन में बताया कि पिछले साल की तुलना में 2021 में पूरे ब्रिटेन में रैंसमवेयर अटैक की संख्या दोगुनी हो गई है.


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