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दोनों देशों के बीच हुआ समझौता बेहद खास है। इसमें यूएन ने भी भागीदारी निभाई थी।
काला सागर स्थित यूक्रेन के बंदरगाह से शुक्रवार को अनाज से लदे तीन कार्गो शिप बाहरी दुनिया के लिए रवाना हो गए हैं। इसकी जानकारी देते हुए यूक्रेन के इंफ्रास्ट्रक्चर मंत्री एलेक्जेंडर कुब्राकोव ने कहा कि शुक्रवार को ओडेसा और चोरनोमोर्स्क बंदरगाह से यूक्रेन के अनाज को लेकर तीन जहाज रवाना हुए हैं। इनमें से पहला कानवाय ग्रेटर ओडेसा से रवाना हुआ है। उनके मुताबिक इन जहाजों में करीब 57 हजार टन यूक्रेनी अनाज (मक्का) है जिसको बाहरी दुनिया तक पहुंचाया जा रहा है।
जिन जहाजों पर मक्का का निर्यात किया जा रहा है वो तुर्की का पोलरनेट, नवी स्टार जो पनामा के तहत है ओर रोजेन है जो की माल्टिस के फ्लेग और फुलमर बार्बेडियन फ्लेग से काला सागर में जा रहा है। यूक्रनियन आथरिटी के मुताबिक ये जहाज यहां से पहले पहले तुर्की की राजधानी इस्तांबुल जाएंगे। वहां पर इनकी जांच की जाएगी। इसके बाद ये ब्रिटेन ओर आयरलैंड के लिए रवाना होंगे। आपको बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच अनाज निर्यात को लेकर हुए समझौते में तुर्की ने अहम भूमिका निभाई थी। उस वक्त रूस ने कहा था कि वो ये जरूर जांचना चाहेगा कि जहाजों में क्या लाया और क्या भेजा जा रहा है।
तुर्की के रक्षा मंत्री की तरफ से बताया गया है कि फुलमर इस्तांबुल के बंदरगाह को जरूरी औपचारिकता पूरी करने के बाद आगे बढ़ चुका है। यहां पर उसकी जांच की गई थी। राजाेनी भी यहांं से आगे जा चुका है।इसकी जांच इस्तांबुल में बोसपोरस में हुई थी। ये यहां से लेबनान के त्रिपोली जा रहा है। आपको बता दें कि युक्रेन और रूस में छिड़ी जंग की वजह से विश्व में खाद्य संकट की स्थिति पैदा हो गई थी। जिसको देखते हुए इनदोनों देशों के बीच हुआ समझौता बेहद खास है। इसमें यूएन ने भी भागीदारी निभाई थी।
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