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वर्जिनिया विश्वविद्यालय परिसर में गोलीबारी, तीन लोगों की मौत

Subhi
15 Nov 2022 12:59 AM GMT
वर्जिनिया विश्वविद्यालय परिसर में गोलीबारी, तीन लोगों की मौत
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र्जीनिया विश्वविद्यालय फुटबॉल टीम के तीन सदस्यों की मौत हो गई। वहीं, दो अन्य घायल बताए जा रहे हैं। वर्जिनिया विश्वविद्यालय पुलिस की ओर से यह जानकारी दी गई है। फुटबॉल खिलाड़ी लेवेल डेविड (Lavel David) और डेसीन पेरी (DeSean Perry) उन लोगों में शामिल हैं, जिनका वर्जीनिया विश्वविद्यालय में गोलीबारी में निधन हो गया।

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि इस मामले में संदिग्ध व्यक्ति को पुलिस ने हिरासत में लिया है। विश्वविद्यालय परिसर में गोलीबारी के कुछ घंटों बाद उसने कथित तौर पर एक फील्ड ट्रिप से लौट रहे छात्रों से भरी एक बस पर गोली चलाई थी, उसी वक्त उसे हिरासत में ले लिया गया। विश्वविद्यालय पुलिस ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि संदिग्ध छात्र क्रिस्टोफर डार्नेल जोन्स (22) को रविवार रात 10:30 बजे हुई गोलीबारी के कुछ घंटे बाद ही गिरफ्तार कर लिया गया था।

यूवीए इमरजेंसी मैनेजमेंट के मुताबिक, यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया के मुख्य कैंपस शैरलॉट्सविला को बंद कर दिया गया है। यूवीए के प्रेसिडेंट जिम रयान ने बताया कि संदिग्ध हमलावर यूनिवर्सिटी का ही छात्र है। उसकी पहचान क्रिस्टोफर डार्नेल जोन्स (22) के रूप में हुई है। वह यूवीए फुटबॉल टीम का पूर्व प्लेयर भी रह चुका है। यूवीए पुलिस डिपार्टमेंट ने बताया कि विश्वविद्यालय की सभी कक्षाएं फिलहाल स्थगित कर दी गई हैं। क्रिस्टोफर डार्नेल जोन्स को खोजने के लिए पुलिस ने उसकी फोटो जारी की थी।

छात्रों की सुरक्षा को लेकर चिंतित : एंथोनी मिरांडा

इधर, नई दिल्ली में अमेरिकी दूतावास में सांस्कृतिक और शैक्षिक मामलों के पब्लिक डिप्लोमेसी काउंसलर एंथोनी मिरांडा ने उनके देश में गोलीबारी की घटनाएं बढ़ने को लेकर गंभीर होने की बात कही। उन्होंने कहा कि हम अपने छात्रों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं, चाहे वे अमेरिकी हों या विदेशी छात्र। विश्वविद्यालय सुरक्षा को गंभीरता से लेते हैं।

कुछ भी गलत या संदिग्ध होने पर छात्र हमेशा अधिकारियों को सतर्क कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका का चयन करने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में 19 फीसदी की वृद्धि देखकर हमें प्रसन्नता हो रही है। अमेरिकी शिक्षा में भारतीय छात्रों के नजरिए को महत्व देने का यह एक वास्तविक सबूत है।


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