इस्राइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी मिली है जिसके बाद पुलिस ने उनकी सुरक्षा बढ़ा दी है। पुलिस के मुताबिक, प्रधानमंत्री व उनके परिवार के नाम एक पत्र मिला है जिसमें एक कारतूस है और जान से मारने की धमकी दी गई है। पुलिस ने धमकी के मामले की जांच शुरू कर दी है। पत्र को बेनेट के आधिकारिक निवास पर नहीं भेजा गया है बल्कि पीएम की पत्नी गिलत बेनेट के पूर्व कार्यस्थल पर भेजा गया। पत्र में दंपती के 16 वर्षीय बेटे यौनी का भी जिक्र है और कहा गया कि हम आप तक पहुंचेंगे।
न्यूयॉर्क। संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि, आर. रवींद्र ने सीरियाई हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि सीरिया में राष्ट्रव्यापी युद्धविराम तत्काल लागू करने की जरूरत है। वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में में मध्य-पूर्व की स्थिति पर बोल रहे थे।
आर. रवींद्र ने कहा कि सांविधानिक समिति के लघु निकाय के अगले सत्र का शीघ्र आयोजन वार्ता में गति बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि विश्वसनीय प्रगति सुनिश्चित करने के लिए सभी पक्षों को समझौते की भावना के साथ रचनात्मक ढंग से जुड़ने की जरूरत है। भारत का पक्ष रखते हुए रवींद्र ने कहा कि हम कदम दर कदम राजनीतिक ट्रैक पर गति बनाने के लिए विशेष दूत की सक्रिय कूटनीति का समर्थन करते हैं।
मनीला। सऊदी अरब ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम शुरू किया है और वह भारत को एक प्रमुख बाजार मानता है। सऊदी अरब के पर्यटन बोर्ड के सीईओ फाहद हमीदाद्दीन ने कहा, हम भारत से मार्गों को विकसित करना चाहते हैं और इन मार्गों को बढ़ाना चाहते हैं।
सऊदी अरब के पर्यटन मंत्रालय के लिए निवेश, रणनीति और पर्यटन के प्रमुख रहे हमीदाद्दीन ने मनीला में वैश्विक यात्रा और पर्यटन परिषद के इतर कहा, हमने भारत की यात्रा पर कई यात्रा एजेंटों से मुलाकात की और कुछ आशाजनक साझेदारियां कीं। उन्होंने कहा, हम भारत से अपने व्यापार साझेदारों के साथ स्थलों को बढ़ावा देना चाहते हैं। हम मानते है कि भारत सऊदी अरब के लिए निश्चित तौर पर एक अहम बाजार है। सरकार आराम, व्यापार और धार्मिक यात्रा के लिए वीजा और हवाई संपर्क के मुद्दे पर भी काम कर रही है।
कैनबरा। ऑस्ट्रेलिया की गृह मंत्री कैरेन एंड्रयूज ने आरोप लगाया कि चीन ने उनकी सरकार के फिर से निर्वाचन की संभावना को कमजोर करने के लिए जान बूझकर चुनाव प्रचार के बीच में सोलोमन आइलैंड के साथ सुरक्षा समझौते की घोषणा की है। आरोप है कि उनकी कंजर्वेटिव लिबरल पार्टी की इस दलील से मेल खाता है कि चीन चाहता है कि 21 मई के चुनाव में वामपंथी लेबर पार्टी जीते। क्योंकि इस पार्टी के सांसद चीन के आर्थिक दबाव का विरोध नहीं करेंगे। लेबर पार्टी ने सरकार पर चीन और सोलोमन की सरकार द्वारा पिछले सप्ताह घोषित समझौते को रोक पाने में असमर्थ रहने का आरोप लगाया था। एजेंसी