हमले का खतरा मंडराया, हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह आज होगा सुपुर्द-ए-खाक
लेबनान में हिज्बुल्लाह के ठिकानों इजरायल ताबड़तोड़ एयरस्ट्राइक कर रहा है. इस बीच आज हिज्बुल्लाह के मारे गए चीफ नसरल्लाह को सुपुर्द-ए-खाक भी किया जाना है. ऐसे में पूरी दुनिया की निगाहें नसरल्लाह के जनाजे पर टिकी हैं. नसरल्लाह के अंतिम संस्कार के बीच एक शब्द 'तशरीह' (tashreeh) सबसे ज्यादा चर्चा में है. उर्दू शब्द तशरीह का मतलब है सम्मान देना, पद ऊंचा करना या श्रेष्ठ बनाना.
दरअसल, तशरीह किसी शव को दफनाने और अंतिम संस्कार की रस्में निभाने से पहले की जाने वाली अंतिम प्रार्थना है. इसे अलग-अलग स्थानों पर किया जा सकता है. इसके लिये मृत शरीर की जरूरत नहीं होती, बल्कि इसे प्रतीकात्मक शरीर (Symbolic Body) के साथ भी किया जा सकता है.
यह वास्तव में प्रार्थना नहीं है, लेकिन इसमें इमाम मृतक के लिए प्रार्थना करता है. ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद यह प्रक्रिया तेहरान में भी की गई थी. हालांकि, बाद में कासिम सुलेमानी के शव को ईरान में कहीं और उनके गृह नगर केरमान में दफनाया गया था. इसी तरह हसन नसरुल्लाह की तशरीह लेबनान में होगी और नसरल्लाह के शव को कर्बला इराक (शिया मुस्लिमों की पवित्र भूमि) में दफनाया जा सकता है.