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चीन के हजारों छात्र यूक्रेन में फंसे, मिसाइल-बमबारी के डर से नहीं करा रहा वापसी, बोला- सुरक्षित निकालना मुश्किल

Renuka Sahu
1 March 2022 4:56 AM GMT
चीन के हजारों छात्र यूक्रेन में फंसे, मिसाइल-बमबारी के डर से नहीं करा रहा वापसी, बोला- सुरक्षित निकालना मुश्किल
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फाइल फोटो 

रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद से यहां बड़ी संख्या में लोग फंसे हुए हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रूस के यूक्रेन पर हमले (Russia Attacks Ukraine) के बाद से यहां बड़ी संख्या में लोग फंसे हुए हैं. भारत अपने नागरिकों को निकालने के लिए तेजी से काम कर रहा है. इसके लिए ऑपरेशन गंगा शुरू किया गया है और चार केंद्रिय मंत्रियों को भी निकासी अभियान सुनिश्चित करने के लिए पड़ोसी देशों में भेजा गया है. वहीं रूस (Russia) जैसे देश केवल अपने नागरिकों की वापसी के रास्ते ही तलाश रहे है. चीन (China) के यूक्रेन में फंसे 6000 से अधिक छात्रों को निकालने में देरी से विवाद पैदा हो गया है.

चीन पूर्वी यूक्रेन में अपने विद्यार्थियों की सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंता के चलते उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजने के लिए चार्टर्ड उड़ानों के संचालन जैसी वैकल्पिक व्यवस्था पर विचार करने में लगा है. आधिकारिक मीडिया ने बताया कि चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि चीन ने आपातकालीन समन्वय तंत्र शुरू किया है और चीनी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी पक्षों के साथ घनिष्ठ संपर्क बनाए रखा है.
देश छोड़ने की खबर खारिज की
यूक्रेन स्थित चीनी दूतावास के एक अधिकारी ने ग्लोबल टाइम्स को बताया कि कीव में बिगड़ती स्थिति के बीच दूतावास स्थानीय चीनी नागरिकों को निकालने के लिए वैकल्पिक योजनाओं पर भी विचार कर रहा है. यूक्रेन में चीन के राजदूत फैन जियानरोंग ने एक वीडियो में उन अफवाहों को खारिज किया कि उन्होंने देश छोड़ दिया है. दूतावास के एक कर्मचारी ने ग्लोबल टाइम्स से कहा, 'यूक्रेन की स्थिति को देखते हुए, हमें सबसे पहले अपने चीनी नागरिकों को आश्वस्त करना और उनकी चिंता को कम करना है.'
निकासी की सुरक्षा गारंटी देने से इनकार
दूतावास ने कहा कि वह फिलहाल निकासी चार्टर उड़ानों को व्यवस्थित करने में असमर्थ हैं क्योंकि निकासी की सुरक्षा गारंटी नहीं दी जा सकती. चीनी दूतावास के अधिकारियों ने कहा कि हवाई क्षेत्र में सख्त नियंत्रण होने के साथ ही मिसाइल हमलों और बमबारी से खतरा है. उन्होंने कहा कि हालांकि, वे विकल्पों पर विचार कर रहे हैं और सुरक्षा मुद्दों का समाधान होते ही वे तुरंत निकासी योजना शुरू करेंगे. इससे पहले रूस के करीबी सहयोगी चीन ने सोमवार को कहा था कि वह एकतरफा लगाए गए 'अवैध' प्रतिबंधों का विरोध करता है और वह रूस के साथ सामान्य कारोबारी सहयोग जारी रखेगा.
रूस पर प्रतिबंधों के खिलाफ बोला चीन
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद पश्चिमी देशों द्वारा 'स्विफ्ट' वैश्विक भुगतान प्रणाली से रूसी बैंकों को बाहर करने के साथ ही अमेरिका और यूरोपीय संघ ने रूस के खिलाफ सख्त प्रतिबंध लगा दिए हैं. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि चीन समस्याओं को सुलझाने के लिए प्रतिबंधों का उपयोग करने के कदम का विरोध करता है, खासकर ऐसे प्रतिबंध जो एकतरफा लगाए गए हैं और जिनका अंतरराष्ट्रीय कानून के अंतर्गत कोई आधार नहीं है.
प्रतिबंधों से पैदा होती है नई समस्या- चीन
वांग ने कहा, 'चीन और रूस पारस्परिक सम्मान, समानता और समान हितों के मद्देनजर सामान्य कारोबारी समन्वय जारी रखेंगे.' चीन, रूस पर लगाए गए आर्थिक प्रतिबंधों का लगातार विरोध कर रहा है. वांग ने सोमवार को कहा कि लंबे समय से यह साबित हो चुका है कि प्रतिबंधों से समस्या का दूर होना तो दूर बल्कि एक नई समस्या पैदा हो जाती है. साथ ही उन्होंने अमेरिका पर यूक्रेन संकट से निपटने के दौरान चीन और अन्य के हितों की अनदेखी करने का आरोप भी लगाया.
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