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इसके भारतीय उत्पादकों ने यूरोप में इस्तेमाल के लिए वैक्सीन का लाइसेंस नहीं लिया था.
लंदन: ब्रिटेन के करीब 50 लाख लोग छुट्टियां मनाने यूरोप बस इसलिए नहीं जा पाएंगे क्योंकि, उन्होंने एस्ट्राजेनेका की भारत में बनी कोविड वैक्सीन ली है. ब्रिटेन के ऐसे लोग जिन्होंने कोविशील्ड वैक्सीन ली है उन्हें ईयू बॉर्डर (EU Border) पर एंट्री से रोका जा सकता है. इसके लिए इनके डिजिटल कोविड सर्टिफिकेट को चेक किया जाएगा और फिर बैच नंबर के आधार पर इन्हें यूरोप जाने से मना किया जा सकता है.
चेक किया जाएगा डिजिटल कोविड सर्टिफिकेट
यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी (EMA) ने सीरम इंस्टीट्यूट की भारत में बनी कोविशील्ड वैक्सीन को मान्यता नहीं दी है. जबकि ये वैक्सीन किसी भी तरह से दूसरी वैक्सीन से कम प्रभावी है,
ऐसा साबित नहीं होता.
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, कोविशील्ड वैक्सीन को मान्यता न देने के पीछे ये वजह बिल्कुल नहीं है कि ये यूरोप और ब्रिटेन में बनी Vaxzevria AstraZeneca से यह कम प्रभावी है. लेकिन चूंकि कोविशील्ड के निर्माताओं ने यूरोप में इस्तेमाल के लिए लाइसेंस नहीं लिया है इसलिए EMA ने इसे मंजूरी नहीं दी है.
EU का डिजिटल कोविड सर्टिफिकेट ऐसे लोगों को यूरोप में आने की इजाजत देता है, जो वैक्सीनेटेड (Fully Vaccinated) हैं. ऐसे लोगों को क्वारंटीन में नहीं रहना पड़ेगा और इन्हें जांच की प्रक्रिया से भी नहीं गुजरना होगा.
हालांकि यूरोपियन यूनियन ने अभी उन्हीं वैक्सीन्स को मान्यता दी है, जिसे यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी से मंजूरी मिली हुई है. इनमें फाइजर बायोएनटेक, मॉडर्ना, जॉनसन एंड जॉनसन और ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका की वो वैक्सीन शामिल है जो यूरोप में बनी है.
बैच नंबर से होगी पहचान
ब्रिटेन के लोग बैच नंबर से पता लगा सकते हैं कि उन्हें सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन लगी है या नहीं. ये बैच नंबर उनके वैक्सीनेशन रिकॉर्ड कार्ड्स पर दर्ज होगा.
रिपोर्ट के मुताबिक, वो जिन्हें कोविशील्ड की वैक्सीन लगी है, उनके बैच नंबर 4120Z001, 4120Z002 या 4120Z003 होंगे.
यूरोप के 9 देशों ने दी कोविशील्ड को मान्यता
इन सबके बीच EU के 9 देशों ने कोविशील्ड को मान्यता दी है. ऑस्ट्रिया, जर्मनी, स्लोवेनिया, ग्रीस, आयरलैंड, स्पेन और एस्टोनिया ने भारत की कोविशील्ड वैक्सीन को मान्यता दे दी. इन देशों के अलावा स्विटजरलैंड और आइसलैंड ने भी कोविशील्ड को मान्यता दी है.
यूरोपीय देश एस्टोनिया ने भारत की कोवैक्सीन को भी मान्यता दे दी है. यानी वैक्सीन लेने के बाद भारत से इन नौ देशों की यात्रा करने वालों को क्वारंटीन से छूट मिलेगी.
यहां बता दें कि ईएमए ने कोविशील्ड वैक्सीन को इसलिए मान्यता नहीं दी है क्योंकि, इसके भारतीय उत्पादकों ने यूरोप में इस्तेमाल के लिए वैक्सीन का लाइसेंस नहीं लिया था.
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