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ब्रिटेन के खिलाफ इस्तेमाल की चेतावनी भी दी है। इन हथियार में रूस का पोसाइडन अंडरवाटर ड्रोन भी शामिल है जो परमाणु सुनामी ला सकता है।
यूक्रेन की जंग में रूस के हाइपरसोनिक मिसाइलों के इस्तेमाल से दशहत आया ब्रिटेन अब लेजर गन बनाने जा रहा है। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने 13 करोड़ पाउंड का भारी भरकम बजट 'डायरेक्टेड एनर्जी वेपन' बनाने के लिए रखा है। इस लेजर गन को किसी भी युद्धपोत, एयरक्राफ्ट, हेलिकॉप्टर और युद्धक वाहन पर तैनात किया जा सकेगा। इस लेजर और रेडियो फ्रिक्वेंसी हथियार को किसी विस्फोटक की जरूरत नहीं होगी।
ब्रिटेन की यह लेजर गन बिजली से काम करेगी और इसे युद्धपोतों में तैनात किया जा सकेगा। इससे हाई एनर्जी लाइट बीम निकलेगी। यह दुश्मन की मिसाइलों और ड्रोन को पलभर में खाक कर देगी। रेडियो फ्रिक्वेंसी हथियार दुश्मन के कंप्यूटरों और इलेक्ट्रोनिक उपकरणों को मात्र कुछ सेकंड में बाधित कर सकता है या उन्हें बेकार कर सकता है। ब्रिटेन की नौसेना के युद्धपोत साल 2023 तक इन नए हथियारों का परीक्षण करेंगे। अगर यह परीक्षण सफल रहा तो वे अगले एक दशक में युद्ध के मोर्चे पर तैनात कर दिए जाएंगे।
एक बार में निकलेगी लेजर किरणों की कई परत
ये नए हथियार पहले से मौजूद हथियारों के साथ तैनात किए जाएंगे। वर्तमान लेजर हथियार की मदद से ड्रोन और फाइटर जेट को बर्बाद किया जा सकता है। इसके अलावा मोर्टार के गोले को भी लेजर किरणों की मदद से नष्ट किया जा सकता है। हालांकि भविष्य में बनने वाले लेजर वेपन ज्यादा शक्तिशाली होंगे और लेजर किरणों की कई परत एक बार में निकलेगी। ब्रिटेन ने इन लेजर हथियारों को बनाने का ऐलान ऐसे समय पर किया है जब रूस लगातार हाइपरसोनिक मिसाइलों का न केवल परीक्षण कर रहा है बल्कि उनका यूक्रेन में इस्तेमाल भी कर रहा है।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि उनका देश आगे भी अत्याधुनिक हथियारों का विकास जारी रखेगा। इसमें हाइपरसोनिक मिसाइलें शामिल हैं। पुतिन के अपने परमाणु सेना को अलर्ट करने के बाद कुछ नए विनाशक हथियारों को भी रूस ने दुनिया के सामने पेश किया है। रूस के सरकारी मीडिया ने ब्रिटेन के खिलाफ इस्तेमाल की चेतावनी भी दी है। इन हथियार में रूस का पोसाइडन अंडरवाटर ड्रोन भी शामिल है जो परमाणु सुनामी ला सकता है।
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