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इस शख्स ने बेगुनाह होने के बाद भी 20 साल तक काटी सजा, जुड़वा भाइयों की ये कहानी हैरान कर देगी
Renuka Sahu
4 Feb 2022 3:36 AM GMT
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फाइल फोटो
किसी भी देश का कानून कहता है कि बेगुनाह को सजा नहीं मिलनी चाहिए लेकिन कई बार असली अपराधी इतना शातिर होता है कि उसे पकड़ने में पुलिस धोखा खा ही जाती है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। किसी भी देश का कानून कहता है कि बेगुनाह को सजा नहीं मिलनी चाहिए लेकिन कई बार असली अपराधी इतना शातिर होता है कि उसे पकड़ने में पुलिस धोखा खा ही जाती है. शिकागो में क्राइम का एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें एक बेगुनाह ने उस सजा के लिए जेल में 20 साल बिता दिए जो उसने किया ही नहीं था. यह कहानी किसी को भी दंग कर सकती है, लेकिन लगभग दो दशकों से केविन डगर की यही सच्चाई है.
Sky News की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में रहने वाले केविन डगर (Kevin Dugar) नाम के शख्स को साल 2005 में एक गैंग शूटिंग के आरोप में 54 साल की जेल की सजा हुई थी. केविन पर आरोप था कि उसने शिकागो के अपटाउन क्षेत्र में गोलियां चलाई थीं जिसमें एंटवान कार्टर (Antwan Carter) नाम के एक व्यक्ति की मौत हो गई थी जबकि रॉनी बॉल्डेन (Ronnie Bolden) नाम का शख़्स घायल हो गया था.
हालांकि कोर्ट और पुलिस को अपनी गलती का अहसास तब हुआ जब केविन डगर के भाई कार्ल स्मिथ (Karl Smith) ने सामने से आकर अपना गुनाह कुबूल कर लिया. डगर की रिहाई जुड़वा भाई स्मिथ द्वारा भेजे गए एक लेटर के परिणामस्वरूप हुई, जिसमें गिरोह से संबंधित शूटिंग को स्वीकार किया गया था जिसने उनके भाई को 20 साल तक सलाखों के पीछे रखा.
भाई ने 2016 में अपने जुर्म का किया इकाबलिया बयान
खबरों की माने तो स्मिथ ने सितंबर के साल 2016 में अपने जुर्म का इकाबलिया बयान लेटर क्रिमिनल कोर्ट में दिया. कार्ल ने अपने बयान में कहा कि वो बचपन से ही अपने भाई को खुद से अलग नहीं मानता था. उसने कहा कि हम कुछ भी करते दोनों को ही झेलना पड़ता. हालांकि लेटर मिलने के बाद भी डगर को रिहाई नहीं मिली. साल 2018 में केविन की रिहाई अटकने की सबसे बड़ी वजह थी कि सुनवाई कर रहे जज को स्मिथ के इकबालिया बयान पर भरोसा नहीं था. इसलिए इस पर कोर्ट ने कोई फैसला नहीं दिया और मामले को रिजर्व में रख लिया.
लेकिन इतने सालों बाद जब बीते हफ्ते दुगर बेगुनाह साबित हुए और रिहा हुए तो वह जेल के बाहर फूट-फूट कर रोये. उनके वकील रोनाल्ड सेफ़र ने बताया कि जेल से आजाद होने के बाद डगर वापस समान्य जिंदगी में अपने परिजनों के साथ घर चले गये.
बचपन से ही था पहचानना मुश्किल
द गार्जियन के अनुसार, दोनों भाई बचपन से ही बिल्कुल एक जैसे दिखते थे. दोनों में इतनी समानता थी कि उनके रिश्तेदार, दोस्त और शिक्षक भी उनमें कौन स्मिथ है और कौन दुगर इसकी पहचान नहीं कर पाते थे. हालांकि, दोनों के अलग-अलग सरनेम थे. दरअसल क्राइम में शामिल रहे मिस्टर स्मिथ ने अपनी मां का पहला नाम लिया था.
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