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स्पेस हीटर, प्रोपेन और अन्य जरूरी सामान मौजूद थे. धीरे-धीरे ये आग हर जगह फैल गई.
अमेरिकी नौसेना (US Navy) सोमवार को यह तय करने के लिए सुनवाई करेगी कि सैन डिएगो (San Diego) में कार्यरत नाविक का कोर्ट मार्शल करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं या नहीं. नाविक पर पिछले साल गर्मियों में युद्धपोत (Warship) पर आग लगाने का आरोप है जिसकी वजह से यूएसएस बोनहोम (USS Bonhomme) नष्ट हो गया था.
कनिष्ठ नाविक रेयान सावयेर मेज पर जानबूझकर पोत पर आगजनी करने और उसे नुकसान पहुंचाने का आरोप है. हाल के अमेरिकी इतिहास में लड़ाई के बाहर युद्धपोत पर आग की यह सबसे भीषण घटना थी. मेज चालक दल का सदस्य था और वह खुद को बेगुनाह बता रहा है. उसने जांचकर्ताओं को बताया कि उसने आग बुझाने में मदद की. यह युद्धपोत पांच दिनों तक जलता रहा और उससे उठने वाला धुंआ सैन डिएगो के ऊपर छा गया था.
युद्धपोत की लंबाई 256 मीटर थी
युद्धपोत पर 12 जुलाई 2020 को आग लगने की जानकारी मिली और उस समय 160 नाविक और अधिकारी उसपर सवार थे. इस युद्धपोत की लंबाई 256 मीटर थी और इसे 25 करोड़ डॉलर की लागत से उन्नत बनाने के लिए सैन डिएगो स्थित नौसेना के ठिकाने पर खड़ा किया गया था. एक नौसेना क्षति नियंत्रण अधिकारी ने जांचकर्ताओं को बताया था कि ऐसे संकेत मिले थे कि किसी ने पहले से ही जहाज के अग्निशमन उपकरण के साथ छेड़छाड़ की थी.
सूचना देने में हुई थी देरी
रिपोर्ट के मुताबिक, घटना के दिन उठते धुएं का पता चलने से लेकर ड्यूटी पर तैनात अधिकारी को इसकी जानकारी देने में कम से कम दस मिनट का समय बीत गया. इस दौरान एक सदस्य ने धुंधली और सफेद कोहरे को उठते देखा. हालांकि उसे धुएं की गंध नहीं आई जिसके चलते उसने तुंरत सूचना नहीं दी. पहले कुछ मिनटों के दौरान, आग एक कमरे में फैलने लगी. जिस कमरे में आग लगी थी, उसमें ईंधन से चलने वाले वाहन, स्पेस हीटर, प्रोपेन और अन्य जरूरी सामान मौजूद थे. धीरे-धीरे ये आग हर जगह फैल गई.
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