विश्व

कंगाली की कगार पर खड़ी हुई है चीन की ये कंपनी, कर्ज सुनकर रह जाएंगे हैरान

Neha Dani
19 Sep 2021 10:54 AM GMT
कंगाली की कगार पर खड़ी हुई है चीन की ये कंपनी, कर्ज सुनकर रह जाएंगे हैरान
x
हैंग सेंग बैंक के एक अर्थशास्त्री डैन वांग ने कहा कि एवरग्रांडे इतना महत्वपूर्ण रियल एस्टेट डेवलपर है और अगर इसे कुछ हुआ तो यह एक मजबूत संकेत होगा.

चीन (China) के दूसरे सबसे बड़े रियल एस्टेट डेवलपर (Real State Developer) एवरग्रांडे (Evergrande) ने इस हफ्ते कहा कि वह जबरदस्त दबाव का सामना कर रहा है. इस वजह से वह अपने कर्ज के दायित्वों को पूरा करने के काबिल नहीं है. कंपनी के शेयर की कीमत इस साल अब तक लगभग 80 फीसदी तक गिर चुकी है. हाल के हफ्तों में चीनी स्टॉक एक्सचेंजों (Chinese stock exchanges) द्वारा बार-बार कंपनी के बॉन्ड के कारोबार को रोका गया है. रेटिंग एजेंसियों फिच और मूडीज द्वारा कंपनी को डाउनग्रेड कर दिया गया है. फिच ने कहा, हमें संभावित रूप से किसी तरह का डिफॉल्ट दिख रहा है.

यहां गौर करने वाली बात है कि 15 लाख लोगों ने नए घरों के निर्माण के लिए एवरग्रांडे पर पैसा भी लगा दिया है, जबकि इन्हें अभी तैयार किया जाना बाकी है. एवरग्रांडे ने मंगलवार को हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज (Hong Kong Stock Exchange) को एक बयान में कहा कि उसने अपने नकदी संकट को कम करने के लिए समाधान तलाशने के लिए वित्तीय सलाहकारों को नियुक्त किया है. बयान में चेतावनी दी गई है कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि कंपनी अपने वित्तीय दायित्वों को पूरा करेगी. वहीं, सोमवार को शंघाई स्टॉक एक्सचेंज ने एवरग्रांडे के मई 2023 बॉन्ड में 30 फीसदी से अधिक गिरावट होने के बाद इसका व्यापार रोक दिया.
रियल एस्टेट के साथ इन व्यवसायों में भी एवरग्रांडे ने लगाया पैसा
एवरग्रांडे की शुरुआत 1997 में की गई थी और बताया जाता है कि ये कंपनी दो लाख लोगों को रोजगार देती है. चीन में रियल एस्टेट बूम के बाद कंपनी तेजी से बढ़ती चली गई. एवरग्रांडे उच्च और मध्यम आय वाले संपत्ति खरीदारों को अपार्टमेंट बेचता है. इसकी मौजूदगी 280 से अधिक शहरों में भी है. इसने अभी तक 1,300 वाणिज्यिक, आवासीय और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को पूरा किया है. कंपनी ने अर्थव्यवस्था के अन्य क्षेत्रों में भी खुद का विस्तार किया है. इसमें खाद्य और पेय व्यवसाय, लाइफ इंश्योरेंस, टीवी और ट्रैवल शामिल है. इसके अलावा, गुआंगझो एफसी फुटबॉल क्लब को भी एवरग्रांडे ने खरीदा.
चीनी सरकार कंपनी को डुबने से बचा सकती है
हालांकि, हाल के सालों में एवरग्रांडे ने काफी पैसों को उधार लिया. बताया गया है कि एवरग्रांडे पर 300 बिलियन डॉलर से अधिक का कर्ज है. विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि कंपनी का दिवालियापन चीन की वित्तीय प्रणाली को नुकसान पहुंचा सकता है. इसके अलावा चीन के बाहर के बाजार में भी इसका प्रभाव दिख सकता है. दरअसल, एवरग्रांडे की चीन के आर्थिक उत्पादन में 29 फीसदी हिस्सेदारी है. कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि बीजिंग कंपनी को बचाने के लिए आगे आ सकता है. हैंग सेंग बैंक के एक अर्थशास्त्री डैन वांग ने कहा कि एवरग्रांडे इतना महत्वपूर्ण रियल एस्टेट डेवलपर है और अगर इसे कुछ हुआ तो यह एक मजबूत संकेत होगा.

Next Story