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न्यूजीलैंड में आया 8.1 की तीव्रता का तीसरा भूकंप, समुद्र में उठीं लहरें, सुनामी के डर से घर छोड़कर भागे लोग

Neha Dani
5 March 2021 3:17 AM GMT
न्यूजीलैंड में आया 8.1 की तीव्रता का तीसरा भूकंप, समुद्र में उठीं लहरें, सुनामी के डर से घर छोड़कर भागे लोग
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इनके टूटने के कारण अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है. इसी डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है.

न्यूजीलैंड में लगातार तीन बार आए तीव्र भूकंप (New Zealand Earthquake) के बाद अब सुनामी (Tsunami) का खतरा टल गया है. इस बात की जानकारी अधिकारियों ने दी है. उत्तरी द्वीप के उत्तरी तट पर रहने वाले हजारों लोगों को उनके घरों से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया था, वह अब अपने घरों को लौट सकते हैं. हालांकि अधिकारियों ने ये भी कहा है कि खतरा पूरी तरह टला नहीं है और लोगों को तटीय क्षेत्र और बीच से दूर रहने को कहा गया है.

न्यूजीलैंड की नेशनल इमरजेंसी मैनेजमेंट एजेंसी (New Zealand Earthquake Today) ने एक बयान में कहा है, 'बाढ़ आने का खतरा अब नहीं है. हम लोगों को पानी वाले स्थान से दूर रहने की सलाह देते हैं, लहरों को देखने के लिए तटीय क्षेत्र की ओर ना जाएं.' दरअसल न्यूजीलैंड के करमाडेक द्वीप (Kermadec Islands) पर भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 8.1 रही. भूकंप के इस झटके के बाद न्यूजीलैंड में सुनामी (Tsunami) की चेतावनी जारी की गई थी. साथ ही लोगों को खतरे वाली जगहों से विस्थापित किया गया.
तीन बार आया भूकंप
न्यूजीलैंड (New Zealand Earthquake News) में एक के बाद एक तीन बार भूकंप के झटके महसूस किए गए. पहली बार 7.1 तीव्रता का भूकंप महसूस हुआ और दूसरी बार 7.4 तीव्रता का भूकंप महसूस हुआ. जिसके बाद सुनामी के डर से लोगों को सुरक्षित स्थानों की ओर ले जाया गया था. हालांकि अब लोगों को वापस लौटने के लिए कहा गया है. लेकिन इस दौरान इन्हें सावधानी भी बरतनी होगी. हालांकि किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है और ना ही किसी इमारत को क्षति पहुंचने की कोई खबर सामने आई है.
क्यों आता है भूकंप?
धरती के अंदर 7 प्लेट्स ऐसी होती हैं जो लगातार घूम रही हैं. ये प्लेट्स जिन जगहों पर ज्यादा टकराती हैं, उसे फॉल्ट लाइन जोन कहा जाता है (Why Do Earthquakes Happen). बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं. जब प्रेशर ज्यादा बनने लगता है, तो प्लेट्स टूटने लगती हैं. इनके टूटने के कारण अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है. इसी डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है.


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