दुनिया में किसी भी शख्स को अगर किसी दूसरे देश जाना पड़ जाए तो पासपोर्ट की जरूरत पड़ती है. बिना पासपोर्ट के कोई भी शख्स दूसरे देश की यात्रा नहीं कर सकता है. राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री भी जब एक देश से दूसरे देश जाते हैं तो उन्हें भी डिप्लोमेटिक पासपोर्ट रखना होता है. एक पासपोर्ट अपने धारक की व्यक्तिगत पहचान और राष्ट्रीयता को प्रमाणित करता है. पासपोर्ट में धारक का पूरा नाम, फोटोग्राफ, जन्म स्थान और जन्म तिथि, हस्ताक्षर और पासपोर्ट की समाप्ति तिथि दर्ज होती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में तीन खास लोग ऐसे हैं जिन्हें किसी दूसरे देश में जाने के लिए पासपोर्ट की जरुरत नहीं पड़ती हैं.
ब्रिर्टेन के किंग
किंग चार्ल्स तृतीय इसी महीने ब्रिटेन के महाराज बने हैं. उनकी मां एवं महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मृत्यु के बाद वह इस पद पर बैठे हैं. उनके महाराज बनते ही यूके के विदेश मंत्रालय ने सभी यह देशों को सूचना दी कि ब्रिटेन के किंग चार्ल्स तृतीय को पूरे सम्मान के साथ कहीं भी आने – जाने की अनुमति दी जाए और उनके प्रोटोकॉल का भी खास ख्याल रखा जाए. किंग चार्ल्स से पहले उनकी मां महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को बिना पासपोर्ट कहीं भी जाने का अधिकार हासिल था.
बता दें बिना पासपोर्ट कहीं भी जाने का अधिकार सिर्फ गद्दी पर बैठेने वाले राजा या महारानी को ही होता है. किंग चार्ल्स तृतीय की पत्नी को अगर विदेश जाना होगा तो उनको डिप्लोमेटिक पासपोर्ट की जरुरत पड़ेगी. इसी तरह महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के समय में उनके पति प्रिंस फिलिपर को भी विदेश जाने के लिए डिप्लोमेटिक पासपोर्ट रखना होता था.
जापान के सम्राट और सम्राज्ञी
इस समय जापान के सम्राट नारूहितो हैं और उनकी पत्नी मसाको ओवादा जापान की सम्राज्ञी हैं. सम्राट और सम्राज्ञी के लिए बिना पासपोर्ट विदेश जाने व्यवस्था 1971 से शुरू हुई थी. जापान दुनिया के सभी देशों को एक आधिकारिक पत्र इस बारे में भेजता है कि सम्राट और सम्राज्ञी के उनके देश में जाने के लिए इस पत्र को ही उनका पासपोर्ट मान लिया जाए.