कुवैत की सरकार (Government of Kuwait) ने अपने गठन के कुछ महीने बाद ही मंगलवार को इस्तीफा दे दिया. इसके साथ ही इस देश में राजनीतिक संकट गहरा गया है, जिसके चलते कई अहम आर्थिक और सामाजिक सुधार अधर में लटक गए हैं. सरकारी समाचार एजेंसी 'कुना' की रिपोर्ट के मुताबिक, कुवैत के प्रधानमंत्री शेख सबाह अल-खालिद अल हमद अल सबाह ने मंत्रिमंडल का इस्तीफा शहजादे को सौंप दिया.
अविश्वास प्रस्ताव के पहले ही दिया इस्तीफा
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री अल सबाह के नेतृत्व वाली सरकार को इस सप्ताह के अंत में संसद में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना था, जिससे पहले सरकार ने इस्तीफा दे दिया. पिछले डेढ़ साल में कुवैत की तीसरी संयुक्त सरकार ने इस्तीफा दिया है. विपक्ष शेख सबाह सरकार के खिलाफ लगातार मोर्चाबंदी कर रहा था. पिछले सप्ताह गुस्साए सांसदों ने कथित भ्रष्टाचार और कुशासन को लेकर प्रधानमंत्री पर निशाना साधा था.
जानिए क्या थी वजह
विरोधी सांसदों ने सार्वजनिक तौर पर प्रधानमंत्री को 'गैर जरूरी' करार देते हुए नये प्रधानमंत्री द्वारा देश की कमान संभाले जाने का आह्वान किया था.
आपको बता दें कि बीते दिनों से पाकिस्तान और श्रीलंका में भी राजनीतिक संकट मंडरा रहा है. जहां एक ओर अविश्वास प्रस्ताव के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान इस्तीफा देने से इनकार कर चुके हैं और फिर से चुनाव में जाने को तैयार हैं. वहीं गंभीर आर्थिक संकट के बाद भी श्रीलंका के प्रधानमंत्री इस्तीफा देने में आनाकानी कर रहे हैं.