x
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि मौजूदा स्थिति में भारत के साथ कूटनीतिक बातचीत की कोई संभावना नहीं है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि मौजूदा स्थिति में भारत के साथ कूटनीतिक बातचीत की कोई संभावना नहीं है। बता दें कि भारत पहले से ही अपने रुख पर कायम है कि 'वार्ता और आतंक' एक साथ संभव नहीं है। पाकिस्तान द्वारा आतंकवादी समूहों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के बाद ही बातचीत संभव है। डॉन अखबार ने कुरैशी के हवाले से कहा मौजूदा स्थिति में भारत के साथ पिछले दरवाजे या कूटनीतिक संवाद की कोई संभावना नहीं है। फिलहाल हालात किसी भी संवाद के लिए उपयुक्त नहीं हैं। अखबार के अनुसार कुरैशी ने बुधवार को अपने गृहनगर मुल्तान में पत्रकारों से बात करते हुए यह टिप्पणी की।
भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध पड़ोसी देश में स्थित आतंकवादी समूहों द्वारा 2016 में पठानकोट एयरबेस पर आतंकवादी हमले के बाद से खराब है। इसके बाद उरी में भारतीय सेना के कैंप सहित अन्य हमलों ने रिश्ते को और खराब कर दिया। भारत द्वारा पिछले साल 26 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान के अंदर घुसकर जैश-ए-मुहम्मद के ठीकानों पर किए गए एयर स्ट्राइक हुआ। पुलवामा हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे। दोनों देशों में युद्ध जैसे हालात हो गए थे।
पिछले साल भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांटने पर पाकिस्तान बौखला गया। इसके बाद से वह संयुक्त राष्ट्र समेत अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर मुद्दे को उठाकर इसे अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाने की कोशिश में लगा है। हालांकि, उसे इसमें सफलता नहीं मिली है। वह इस लेकर हमेशा अलग-थलग दिखाई देता है। चीन को छोड़कर कोई भी देश उसका साथ नहीं देता। दूसरी ओर भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्पष्ट रूप से बताया है कि अनुच्छेद 370 को हटाना उसका आंतरिक मामला था। साथ ही पाकिस्तान को वास्तविकता को स्वीकार करने और भारत विरोधी प्रचार को रोकने की भी सलाह दी है।
Next Story